Bokaro: हिन्दी फिल्मों के पहले सुपरस्टार अभिनेता राजेश खन्ना के जन्मदिन पर बुधवार की शाम सेक्टर 12 स्थित स्वरांगिनी संगीतालय में कलाकारों ने संगीत संध्या आयोजित कर उन्हें सुरमयी श्रद्धांजलि दी। गायक अरुण पाठक, रमण कुमार व राजेन्द्र कुमार ने राजेश खन्ना अभिनीत फिल्मों के कुछ प्रसिद्ध गीतों की प्रस्तुति से उन्हें सुरमयी श्रद्धांजलि दी। अरुण पाठक ने ‘कहीं दूर जब दिन ढल जाये…’, ‘मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने….’, ‘अकेले हैं चले आओ…’, ‘ये रात है प्यासी-प्यासी…’, ‘तुम बिन जीवन कैसा जीवन….’ आदि की गीतों की सुमधुर प्रस्तुति से सबको आनंदित किया।
रमण कुमार ने ‘मैं शायर बदनाम…’, ‘आज तू गैर सही…’, ‘रूप तेरा मस्ताना…’ व ‘चिंगारी कोई भड़के…’ तथा राजेन्द्र कुमार ने ‘मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू…’ प्रस्तुत कर राजेश खन्ना को श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मिथिला सांस्कृतिक परिषद् के उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार ने कहा कि राजेश खन्ना बहुत अच्छे अभिनेता थे। वर्ष 1969 में आई फिल्म ‘आराधना’ की सफलता ने राजेश खन्ना को प्रसिद्धि दिलाई और सत्तर के दशक में उनकी कई फिल्में आनंद, कटी पंतग, अमर प्रेम, दो रास्ते, हाथी मेरे साथी, बावर्ची आदि सुपरहिट रहीं और वे बुलंदियों पर पहुंच गये। सुप्रसिद्ध गायक अरुण पाठक ने कहा कि राजेश खन्ना की फिल्मों के संगीत काफी लोकप्रिय हुए। रमण कुमार ने कहा कि राजेश खन्ना एक सदाबहार अभिनेता थे।