Bokaro: भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ (BIKS) के नेताओं ने रविवार को कहा कि सेल (SAIL) के प्रॉफिट में होने के बावजूद 58 महीनो से वेज रिविज़न नहीं होना किसी ष्ंड्यंत्र की ओर इशारा करता है। जिसमे सेल प्रबंधन और एनजेसीएस दोनों मिले हुए लगते है। अगर एनजेसीएस इस षड्यंत्र में नहीं शामिल होती तो प्रबंधन द्वारा इतने दिनो तक वेज रिविज़न टालने पर हड़ताल जरूर करती। 30 जून को इसी एनजेसीएस के आहवन पर कर्मचारियो ने हड़ताल को सफल बनाया था परन्तु एनजेसीएस ने कर्मियों के एक दिन का परिश्रमिक के दान पर भी पानी फेर दिया।
संघ की बैठक प्रधान कार्यालय सेक्टर-4/जी मे हुई। संघ के महामंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि 4 और 5 अक्टूबर कि बैठक अगर बेनतीजा रहती है और कर्मियों को 36,000 से कम बोनस पर फैसला होता है तो संघ तीन दिवसीय हड़ताल पर विचार करने के लिए विवश होगी। बोकारो इस्पात सयंत्र (SAIL-BSL) प्रबंधन द्वारा एक कर्मी का भद्रावती स्थानांतरण करने को संघ के संयुक्त महामंत्री शंभू कुमार ने प्रबंधन की दमनात्मक कार्यवाही बताया।
शंभू कुमार ने कहा कि क्या कारण था कि एक कर्मचारी को बिना किसी वजह के स्थानांतरण कर दिया गया। उन्होने प्रबंधन से मांग किया कि ऐसे स्थानांतरण को यथाशीग्र वापस लिया जाये अन्यथा संघ इसके लिए आंदोलन करेगा जिसमे सभी कर्मचारी उनके साथ होंगे। इसके कारण अगर सयंत्र में माहौल बिगड़ता है तो उसकी जिम्मवारी सिर्फ और सिर्फ प्रबंधन की होगी। कर्मचारियों के धर्य की परीक्षा न ले प्रबंधन।
इस अवसर पर वरीय संयुक्त महामंत्री मितेश कुमार, सुरेन्द्र महतो, उपकोषाध्यक्ष एस के सिंह, मुकेश कुमार, अमित कुमार, दिलीप कुमार, मनोज सिंह, कमलेश कुमार, ओम प्रकाश, पंकज कुमार दास, राजकुमार भारती मौजूद थें ।