Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन ने बुधवार को अपने एक बंद पड़े स्कूल में स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलने के लिए डालमिया भारत फाउंडेशन (Dalmia) से एमओयू किया। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके साथ ही बीएसएल ने अपने बंद पड़े स्कूलों के रिवाइवल को लेकर संजीदगी जाहिर की है।
पिछले 15 वर्षों में, बीएसएल ने 30 से ज्यादा स्कूल टीचर और छात्रों की कमी के चलते धीरे-धीरे बंद कर दिए। यह बंद स्कूल और उसकी ख़राब होती इमारतें हमेशा से बोकारो शहर के निवासियों के लिए चिंता का विषय रही हैं। इन अनुपयोगी स्कूल भवनों में से अधिकांश रखरखाव के अभाव में खराब स्थिति में हैं। कई वर्षो से लोग इन बंद पड़े स्कूलों में इंजीनियरिंग, मेडिकल और अच्छे कॉलेज खोलने की मांग कर रहे है।
इन बंद पड़े स्कूलों में से सेक्टर 1-C स्तिथ स्कूल बिल्डिंग को बीएसएल ने स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलने के लिए डालमिया भारत को दिया है। इस प्रोजेक्ट में बीएसएल आवश्यक बुनियादी ढांचा सहायता प्रदान करेगा, जबकि डालमिया भारत को संकाय और प्लेसमेंट सहायता सहित केंद्र की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के प्रबंधन का काम सौंपा गया है।
बताया जा रहा है कि बीएसएल और डालमिया स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाएंगे। शुरुआत में, संस्थान इलेक्ट्रीशियन, सामान्य ड्यूटी सहायक (अस्पतालों के लिए) और ग्राहक संबंध सहायकों के क्षेत्रों में सरकार द्वारा अनुमोदित कौशल विकास पाठ्यक्रम प्रदान करेगा। इसके बाद, मांग और भविष्य की संभावनाओं के अनुसार और पाठ्यक्रम जोड़े जाएंगे।
बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश ने कहा, “इस संयुक्त पहल के माध्यम से स्थानीय युवाओं के लिए बेहतर संभावनाएं सुनिश्चित करने के लिए उनका प्रासंगिक स्किल डेवलपमेंट करने का प्रयास किया जाएगा”।
स्किल डेवलपमेंट सेंटर मुख्य रूप से बोकारो के परिधीय गांवों में रहने वाले युवाओं को कौशल विकास प्रदान करने पर केंद्रित होगा। दो महीने की अवधि के भीतर परिचालन शुरू करने की संभावना है। सालाना 600 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। युवाओं से नॉमिनल फीस चार्ज करने की बात चल रही है।
डालमिया भारत ग्रुप के ग्रुप हेड-सीएसआर विशाल भारद्वाज ने कहा कि डालमिया भारत देश के अन्य हिस्सों में इसी तरह के केंद्र चलाता है। हम बीएसएल के साथ अपनी साझेदारी के लिए तत्पर हैं और अपने उद्योग के साथियों से भी हमारे साथ जुड़ने का आह्वान करते हैं क्योंकि हम महत्वपूर्ण और स्थायी अंतर बनाते हैं और सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रगति सुनिश्चित करते हैं”।
अच्छी पहल ,जिसकी मांग माननीय सांसद श्री पशुपति नाथ सिंह जी लगातार प्रबंधन से कर रहे थे ।अन्य संगठनों की भी यही मांग थी ।अच्छी पहल के लिए सभी को धन्यवाद ।
The schools which were not of any use will now be well maintained. I went to see the progress and as according to the data the project will complete within 2 months.
People will get employment.
The schools would be utilised.
Dalmia would be profited.
This step leads to development of our town.
And at last I would like to make the officials to be aware of the thieves.
Give me a chance for join ur organization