Bokaro: ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) झारखंड में अपने बोकारो सीबीएम ब्लॉक में कोयला सीम से उत्पादित गैस के लिए न्यूनतम 17 डॉलर मूल्य की मांग कर रही है. सूत्रों के अनुसार, ओएनजीसी ने इस वर्ष के अंत तक बोकारो सीबीएम ब्लॉक से 0.20 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर प्रति दिन गैस की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं.
बताया जा रहा है कि गैस का आरक्षित या न्यूनतम मूल्य डेटेड ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत का 14 प्रतिशत और $1 प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट होगा. जहां सरकार हर छह महीने में पारंपरिक क्षेत्रों से उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत तय करती है, वहीं कोयला सीम से गैस की कीमत, जिसे सीबीएम कहा जाता है, बाजार-निर्धारित है.
बताया जा रहा है कि ओएनजीसी की गैस 15 दिसंबर से बिक्री के लिए उपलब्ध होगी. गैस 1 साल की निश्चित अवधि के लिए पेश की जाएगी. बोकारो कोल-बेड मीथेन (CBM) ब्लॉक में ONGC की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष 20 प्रतिशत इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) के पास है। ई-नीलामी 20 जुलाई को होगी.
बताया जा रहा है कि ऑयल नेचुरल एंड गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने मई, 2022 से जिले के गोमिया ब्लॉक में कोल-बेड मीथेन (सीबीएम) के उत्पादन को 2 मिलियन (20 लाख) स्टैंडर्ड मीटर क्यूब प्रति दिन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. वर्तमान में, ओएनजीसी झारखंड में अपने सभी सीबीएम ब्लॉकों में प्रतिदिन 10,000 मानक मीटर क्यूब सीबीएम का उत्पादन कर रही है.
ओएनजीसी के बोकारो के गोमिया और रामगढ़ में 141 कुएं हैं. बोकारो के तेलगड़िया के झरिया प्रखंड में 68 कुएं हैं. इसके अलावा, हजारीबाग के उत्तरी कर्णपुरा में 74 कुएं और पश्चिम बंगाल के रानीगंज में 68 कुएं हैं. ओएनजीसी बोकारो अंचल कार्यालय झारखंड में उत्पादन क्षमता बढ़ाने की तैयारी कर रहा है.
ओएनजीसी ने अपने चार कोल बेड मीथेन (सीबीएम) गैस ब्लॉक विकसित करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की योजना पर कार्य कर रहा है। बोकारो के चंदनक्यारी में झरिया ब्लॉक में 85 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस भंडार होने का अनुमान है, जबकि गोमिया में 45 बिलियन क्यूबिक मीटर है। ओएनजीसी झारखंड में सीबीएम उत्पादन को 4,00,000 क्यूबिक मीटर बढ़ाने के लिए 400 नए कुएं खोदने के लिए तैयारी कर रहा है।