Bokaro: जिला वन विभाग की टीम ने चास क्षेत्र से दुर्लभ प्रजाति का रेड सैंड बोआ (Red Sand Boa) सांप सपेरों के पास से जब्त किया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लाखों में है। जप्त किये गए दुर्लभ प्रजाति के इस सांप को वन विभाग ने गुरुवार को गोमिया ब्लॉक के लुगु पहाड़ के घने जंगल में छोड़ दिया। वन्य विभाग के अधिकारियो ने पकड़े गए दो सपेरों को अनुसन्धान के बाद छोड़ दिया। Video नीचे-
बता दें कि ‘रेड सैंड बोआ सांप की बड़े स्तर पर तस्करी भी की जाती है। ज्यादातर ये रेतीली जमीन पर रहता है। ये सांप रात में ही निकलता है और मोटे आकार के कारण ये थोड़े सुस्त चाल का होता है। इस सांप की खासियत इसकी पूंछ होती है, जो मुंह की तरह दिखती है, इसलिए इसे दोमुंहा सांप भी कहा जाता है।
दरअसल, सैंड बोआ सांप जहरीले नहीं होते हैं, लेकिन इनकी ब्लैक मार्केट में काफी ज्यादा डिमांड होती है। सैंड बोआ सांप को ब्लैक मार्केट (Black Market) में सबसे महंगे सांपों (Snakes) में से एक माना जाता है। सैंड बोआ के विभिन्न उपयोग हैं और उनसे जुड़े मिथक और तथ्य के कारण इस प्रजाति के सांपों का खास महत्व बताया जाता है, जबकि वैज्ञानिक नजरिए से इन गैर-विषैले सांपों का उपयोग औषधि के लिए किया जाता है। कई लोग इस सांप का इस्तेमाल काला जादू करने के लिए करते रहे हैं। Video नीचे-
सैंड बोआ की मांग मलेशियाई अंधविश्वासों से भी जोड़ा गया है, जो दावा करते हैं कि सैंड बोआ का मालिक होना सौभाग्य की बात है. भारत के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर सैंड बोआ सांप की तस्करी की जाती है और इसके पीछे का मुख्य कारण अंधविश्वास और काले जादू में सांप का इस्तेमाल माना जाता है।
डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO), बोकारो, रजनीश कुमार ने कहा, पूछताछ के दौरान, सपेरों ने कबूल किया कि वे सांप का खेल दिखाकर जीते-खाते है। वह इसकी तस्करों नहीं करते। हमारे अनुसन्धान में भी सपेरों का कनेक्शन किसी गैंग से नहीं मिला। इसलिए बॉन्ड भरवाकर उन्हें छोड़ दिया गया। Video नीचे-
सांप ईरान, पाकिस्तान और भारत का मूल निवासी है, जहां इसे भारतीय रेत बोआ, जॉन के रेत बोआ, रेड सैंड बोआ और भूरे रंग के रेत बोआ के रूप में जाना जाता है। कुछ का मानना है कि इसमें अलौकिक क्षमताएं हैं।
इससे पहले 22 जून, 2019 को बोकारो पुलिस ने एक होटल से दो लोगों को रेड सैंड बोआ के साथ एक होटल से पकड़ा था। उस सांप की किम्मत 1.6 करोड़ रुपये लगाई गई थी। Video: