बोकारो स्टील प्लांट (BSL) ने 1 मई 2025 से ‘जीरो टॉलरेंस सुरक्षा नियम’ लागू किए हैं। पहले हफ्ते में 250 नियम तोड़ने वालों को पकड़ा गया, जिन्होंने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया। सभी नियम तोड़ने वालों के नाम BSL इंट्रानेट और प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किए गए हैं। इस सख्त कार्रवाई का उद्देश्य संयंत्र परिसर में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और कर्मचारियों के बीच सुरक्षा संस्कृति को मजबूत करना है।
सख्त सुरक्षा नियमों की शुरुआत
देश के सबसे बड़े स्टील प्लांट्स में से एक, 17,000 एकड़ में फैला बोकारो स्टील प्लांट (BSL), ने 1 मई 2025 से “जीरो टॉलरेंस सुरक्षा नियम” लागू कर दिए हैं। मजदूर दिवस के अवसर पर शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य संयंत्र परिसर में सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और कर्मचारियों व ठेका कर्मियों के बीच सुरक्षा की संस्कृति को मजबूत करना है। करीब 20,000 कर्मचारी और ठेका मजदूर हर साल 5 मिलियन टन स्टील का उत्पादन करते हैं।
पहले हफ्ते में 250 ट्रैफिक नियम उल्लंघन दर्ज
1 मई से 8 मई के बीच प्लांट परिसर में 250 मामलों में गति सीमा का उल्लंघन पाया गया। साथ ही मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना या पैदल चलना, बिना हेलमेट दोपहिया चलाना, ट्रिपल राइडिंग, बिना सीट बेल्ट के चार पहिया वाहन चलाना और ओवरस्पीडिंग जैसे मामलों को भी चिन्हित किया गया। अब संयंत्र परिसर में हल्के वाहनों की गति सीमा 30 किमी/घंटा और भारी वाहनों की 16 किमी/घंटा निर्धारित की गई है।
ब्लास्ट फर्नेस क्षेत्र में विशेष निगरानी अभियान
आज ब्लास्ट फर्नेस क्षेत्र में ‘जीरो टॉलरेंस’ नियमों के कार्यान्वयन की निगरानी हेतु एक ‘रोको-टोको’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का नेतृत्व मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) शौविक रॉय, विभागीय सुरक्षा अधिकारी महाप्रबंधक धनंजय कुमार और सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। उल्लंघन करने वालों को समझाइश दी गई और भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति न करने की सलाह दी गई।