Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के निदेशक प्रभारी ने शुक्रवार को कहा कि हमें सुरक्षा को लेकर संस्कृति परिवर्तन को अगले स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रयासों को सुदृढ़ और नियमित करने की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी कहा की हमें ठेका मजदूरों सहित प्रत्येक व्यक्ति का सुरक्षा के प्रति नजरिया एक करना है। हम सुरक्षा संस्कृति में वांछित परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बीएसएल में जारी सुरक्षा परियोजना “कवच” के लिए शीर्ष समिति की दूसरी बैठक 25 फरवरी को निदेशक प्रभारी बोकारो स्टील प्लांट, अमरेन्दु प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक के आरम्भ में निदेशक प्रभारी ने सभी को सुरक्षा प्रतिज्ञा दिलाई. तत्पश्चात शीर्ष प्रबंधन से लेकर कर्मियों के स्तर तक विभिन्न समितियों के सुचारू संचालन के लिए एकीकृत संगठन संरचना को ठोस बनाने एवं आईओएस को और मजबूत करने के लिए विभागीय स्तर पर सुरक्षा कार्यान्वयन समिति (डीएलएसआईसी) के गठन की पहल करने का निर्णय लिया गया.
उल्लेखनीय है की बीएसएल में सुरक्षा “कवच” कार्यक्रम संयंत्र स्तर पर सुरक्षा संस्कृति में बदलाव एवं सुरक्षा प्रदर्शन में सुधार के उद्देश्य से चलाया जा रहा है. इस परियोजना का प्रबंधन और रखरखाव एक प्रतिष्ठित सुरक्षा सलाहकार “एएसके-ईएचएस इंजीनियरिंग एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड” द्वारा किया जा रहा है। इसके अंतर्गत नियमित अवधि के भीतर बीएसएल में “सुरक्षा संस्कृति परिवर्तन” को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया गया है।
बैठक में अधिशासी निदेशक(सामग्री प्रबंधन तथा कार्मिक एवं प्रशासन) वी के पाण्डेय, कार्यकारी अधिशासी निदेशक(संकार्य) संजय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) एस रंगानी, मुख्य महाप्रबंधक(अनुरक्षण) एस मुखोपाध्याय, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (परियोजनाएं) निर्मलेंदु रे, मुख्य महाप्रबंधक (सी एंड आईटी) ए बंकिरा, महाप्रबंधक प्रभारी (एस एंड एफएस), आनंद रौतेला, मुख्य महाप्रबंधक(बीजीएच) डॉ. प्रकाश पांडे ने एवं एएसके-ईएचएस के संस्थापक एवं निदेशक जे के आनंद, आर के पोद्दार एवं एएसके-ईएचएस के वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
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