Bokaro: सैकड़ो की संख्या में बेरोजगार विस्थापितों ने गुरुवार को जिला समाहरणालय और बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के एडीएम और प्लांट मेंन गेट पर जमकर प्रदर्शन किया। विस्थापित अपरेंटिस संघ (VAS) के बैनर तले विस्थापित युवा पहले जिला समाहरणालय पहुंचे और वहां मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया। फिर रैली के रूप में बीएसएल के एडीएम गेट पहुंच वहां नारेबाजी की। उसके बाद प्लांट के मुख्य द्वार पर जमकर प्रदर्शन किया।
उनके द्वारा लगाए जा रहे नारे का स्वर और तेवर अलग था – “जमीन हमारा-राज तुम्हारा नहीं चलेगा-नहीं चलेगा” , “कैसे लिया झारखण्ड-लड़ के लिया झारखण्ड, कैसे लेंगे नौकरी-लड़ के लेंगे नौकरी”, आदि। Video:
बीएसएल प्रबंधन से नौकरी की मांग को लेकर VAS पिछले कुछ सालो से आंदोलनरत है। बताया जा रहा है कि यह विस्थापित युवा बीते आठ दिनों तक बीएसएल के एडीएम के मेंन गेट पर धरने पर बैठे हुए थे। बुधवार को एसडीओ चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत के आश्वासन पर उन्होंने धरना स्थगित कर दिया था। इन विस्थापितों को 28 अक्टूबर को त्रिपक्षीय वार्ता होने का आश्वासन दिया गया है। पर आज वार्ता नहीं हो पाई। जिससे दुखी हो विस्थापित युवा जिला समाहरणालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
VAS के अमजद हुसैन ने कहा कि जिला प्रसाशन ने आज बीएसएल प्रबंधन के समक्ष उनकी मांगो को मजबूती से रखने का वादा किया था, पर बैठक ही नहीं हुई। हमलोग समहरणालय में प्रदर्शन कर रहे थे की प्रसाशनिक अदिकारियों का मैसेज आया की आज होने वाली त्रिपक्षीय वार्ता किसी कारणवस शुक्रवार को निर्धारित कि गई है। उसके बाद हमलोग लौट गए।
हुसैन ने कहा कि विस्थापितों की लड़ाई सीधे बीएसएल प्रबंधन से है न की जिला प्रसाशन से। जब तक हमें अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक हम आंदोलन करते रहेंगे। हुसैन ने कहा की हर बार की तरह बीएसएल इस तरह के आंदोलनों में जिला प्रसाशन को आगे कर देता है। इस बार भी वह ऐसा ही करने कि कोशिश कर रहा है। पर इस बार जिला प्रसाशन भी हर पहलुओं पर नजर रखे हुए है और हम भी।