Bokaro: बोकारो जिले में एनीमिया और कुपोषण के खतरे से निपटने के लिए सेल-बोकारो इस्पात संयंत्र (SAIL-BSL) ने इस्कॉन के साथ एक समझौता ज्ञापन (Memorandum of Agreement) पर हस्ताक्षर किया हैं। मंगलवार के दिन इस्पात भवन में दोनों पक्षों के बीच कार्यकारी निदेशक समीर स्वरूप, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पंकज शर्मा और बीएसएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और इस्कॉन के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए थे। एमओए पर बीएसएल की ओर से डीजीएम (सीएसआर) सीआरके सुधांशु और इस्कॉन बोकारो के प्रमुख जगन्नाथ दास ने हस्ताक्षर किए।इस एमओए के तहत, बीएसएल अपने सीएसआर के माध्यम से इस्कॉन को चास कॉलेज के पास चाकुलिया गांव में संबंधित बुनियादी ढांचे के साथ बेस किचन की स्थापना और लाभुकों तक भोजन पहुंचाने के लिए एक वाहन के खरीद के लिए 68 लाख रुपये की एकमुश्त मौद्रिक सहायता प्रदान करेगा।
इस्कॉन इस वित्तीय वर्ष के भीतर बेस किचन और संबद्ध बुनियादी ढांचे की स्थापना को पूरा करेगा। उसके बाद शुरू में इस्कॉन के माध्यम से बोकारो जिले के एनीमिया और कुपोषण प्रभावित क्षेत्रों में लाभार्थियों को प्रतिदिन 500 लोगो को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। चिन्हित इलाकों की पहचान के लिए बीएसएल-सीएसआर जिला प्रशासन की मदद ले रहा है।
साथ ही पीरामल हेल्थ के माध्यम से बीएसएल द्वारा अपने सीएसआर के तहत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट भी बोकारो के आसपास के गांवों में एनीमिया प्रभावित लोगों की जांच कर पहचान करने में मदद करेगी। बीएसएल एनीमिया और कुपोषण के खिलाफ इस अभियान का फंडिंग करेगा। इस्कॉन रसोई के दैनिक संचालन के साथ-साथ लाभार्थियों को भोजन के वितरण को भी संभालेगा।विशेष रूप से, इस्कॉन के पास ऐसी परियोजनाओं को चलाने में विशेषज्ञता है और देश के विभिन्न हिस्सों में उनके पास पहले से ही ऐसे कई रसोई और भोजन वितरण सेट-अप हैं।
चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, बीएसएल, मणिकांत धान ने बताया कि एनीमिया और कुपोषण का मुकाबला करना एक बड़ी चुनौती रही है और बोकारो जिले के कुछ हिस्सों को भी गंभीर रूप से प्रभावित माना गया है। इसलिए बोकारो स्टील प्लांट की इस पहल से बोकारो जिले के प्रभावित लोगों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। सेल में भी इस तरह का प्रोजेक्ट पहली बार हाथ में लिया गया है।