Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के अधिकारियों ने मंगलवार को ‘ब्लैक बैज’ लगा कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों की मांग हैं कि जल्द से जल्द JO 2008-10 बैच के पे अनोमली का समाधान किया जाय। अब उनके सब्र का बाँध टूट रहा है। नही तो सेफी आगे की रणनीति जल्दी ही तय करेगी।
सेल के JO 2008-10 बैच का मुद्दा कई वर्षों से लंबित है। सेफी द्वारा सेल प्रबंधन से बार-बार इस मामले का समाधान करने की अपील की गई पर आज तक सेल प्रबंधन ने मामले को गंभीरता के साथ नही लिया। पिछले वर्ष सितंबर माह में इस मुद्दे पे रिपोर्ट बनाने के लिए एक कमिटी का गठन किया गया था। जिसको 15 दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करना था, पर इतने महीने बीत जाने के बाद भी ये मुद्दा वही का वही अटका हुआ है।
सेफी के द्वारा पहले भी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की गई थी पर प्रबंधन के आश्वासन के बाद दो बार विरोध प्रदर्शन को टाला गया था। उसके बाद भी दिए गए समय के अंदर इस मुद्दे के समाधान के लिए किसी भी प्रकार की कोई गतिविधि न देखते हुए सेफी ने 14 फरवरी की कौंसिल मीटिंग में विरोध के कार्यक्रम को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया।
विरोध प्रदर्शन के पहले दौर में 19 फरवरी को सेल के अधिकारियों ने किया CUG नंबर स्विच ऑफ किया था। दूसरे दौर के विरोध प्रदर्शन में अधिकारियों ने 25 फरवरी को “वॉक फ़ॉर जस्टिस” अभियान में भाग लिया। बोकारो में करीब 300-400 अधिकारियों ने इस पैदल मार्च में हिस्सा लिया और अपना विरोध जताया।
तीसरे दौर में आज सेल के अधिकारियों ने ब्लैक बैज लगा कर अपना विरोध जताया। मौके पे अजय पांडेय, रवि भूषण, अनूप चौबे, मयंक अग्रवाल और आर के तिवारी के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
बोकारो स्टील ऑफिसर यूनियन (BSOA) के प्रेजिडेंट, A K Singh
JO २००८ और १० बैच के अधिकारियो की समस्या का निदान नहीं निकलने के चलते आज सेल के सभी अधिकारी गन काला बिला लगा कर कार्य किए और अपना रोष व्यक्त किए। प्रबन्धन को मामले की गंभीरता लेते हुए इनकी समस्या का समाधान तुरंत कर देना चाहिए। इन लोगो के साथ घोर अन्याय हो रहा है। अधिकारी बनने के बाद भी अपने साथियों से कम वेतन पर काम करने के लिये मजबूर है। अगर समस्या का समाधान नहीं निकलता है तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। अधिकारी धैर्य रखे इस समस्या का समाधान जल्द आएगा ।