Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

SAIL-NJCS वेज रिविज़न: सहमति बनी पर कर्मचारी नाखुश, इधर ऑफिसर एसोसिएशन गरजा हम 35% से नीचे नहीं मानेंगे


उधर स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के कर्मचारियों के लंबित वेतन पुनरीक्षण पर समझौते की खबर गुरुवार देर शाम जैसे आई, वैसे ही अधिकारियों के बीच हलचल बढ़ गई।

बताया जा रहा है कि नई दिल्ली में सेल प्रबंधन और मजदूर संगठनों के बीच आज हुई बैठक में लंबित वेतन समझौते पर – मिनिमम गारंटी बेनिफिट में 13 प्रतिशत और पर्क्स में 26.5 प्रतिशत बढ़ोतरी – सहमति बन गई है। हालांकि पांच साल से लंबित वेतन पुनरीक्षण पर सहमति बन तो गई, पर बीएसएल सहित अन्य प्लांट के कर्मचारी (15%,35%,9%) का फार्मूला फेल होने पर नाखुश है और जमकर NJCS नेताओं को कोस रहे है।

कर्मचारियों के वेतन समझौते के बाद, अब सेल में कार्यरत अधिकारियों के वेज रिविज़न की बारी है। Video में सुने BSOA के अध्यक्ष ए के सिंह ने http://www.currentbokaro.com से बातचीत में यह कहा-

SEFI के सदस्यों और बोकारो स्टील ऑफिसर एसोसिएशन (BSOA) ने साफ़ कह दिया है कि वह 15% एमजीबी और 35% पर्क्स के नीचे मानने वाले नहीं है। BSOA के प्रेजिडेंट ए के सिंह ने कहा कि डीपीई के अनुरूप वेतनमान, रात्रि पाली भत्ते, एनपीए, एचआरए, कठिन क्षेत्र भत्ते आदि के साथ 15% एमजीबी और 35% भत्तों पर हमारा स्टैंड क्लियर है। इसे आगामी बोर्ड बैठक में रखा जायेगा।

सेल प्रबंधन और मजदूर संगठनों के बीच आज बैठक में यह हुआ –
सेल में कर्मचारियों के वेतन पुनरीक्षण पर नई दिल्ली में हुई यूनियन एवं प्रबंधन के बीच वार्ता सफल रही। भारतीय मजदूर संघ व सीटू को छोड़ अन्य मजदूर संगठनों ने हामी भर दिया है। यह वेतन समझौता दस वर्षों के लिए होगा। पूरे दिन मान-मनौवल व अन्य बातों को लेकर बहस चलती रही। अंत 26.5 प्रतिशत पर्क्स, 13 प्रतिशत मिनिमम गरांटी बेनिफिट तथा एरियर की एक किश्त एक अप्रैल 2020 से देने पर सहमति हो गई है। हालांकि एचएमएस , एटक व इंटक ने समझौते पर अपनी सहमति दे दी है। वहीं सीटू व बीएमएस 28% प्रतिशत पर्क्स को लेकर अड़े हुए थे। जिसे अन्य मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि व कंपनी के अधिकारी समझाने का प्रयास कर रहे हैं।NON -NJCS ट्रेड यूनियन ने किया विरोध-
जय झारखण्ड मजदुर समाज (JJMS), KIMS आदि नॉन-एनजेसीएस यूनियन ने 13 प्रतिशत और पर्क्स में 26.5 प्रतिशत बढ़ोतरी पर समझौते का पुरजोर विरोध किया है। JJMS के जेनरल सेक्रेटरी, बी के चौधरी ने कहा की यह कर्मचारियों के साथ छल हुआ है। हम सभी ट्रेड यूनियनो ने 15% एमजीबी, 35% पर्क्स और 9% पेंशन की मांग करते हुए जून 30 को आंदोलन किया था और प्लांट बंद कराया था। पर NJCS के इस रुख से सबके विश्वास पर पानी फिर गया। KIMS के जेनरल सेक्रेटरी संग्राम सिंह ने कहा कि यह कर्मचारियों के साथ धोखा है।

NJCS– यह एनजेसीएस ( NJCS ) की 292 वीं बैठक थी।  बैठक की जानकारी देते हुए स्टील, मेटल एण्ड इंजीनियरिंग वर्कस फेडरेशन ऑफ इंडिया(SMEFI/HMS)के महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस संजय बढावकर एवम् क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ(KIMS/HMS)के महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि आज सेल मजदूरो का 58 माह का वेतन पुनरीक्षण का इंतजार खत्म हुआ । प्रबंधन ने शुरुआत 20% पर्क्स के साथ वार्ता की शुरुआत की। मगर सभी युनियन 30% पर्क्स के अपनी मांग पर अडिग रहे। बाद मे सभी युनियन एकमत से 28% पर्क्स की अन्तिम मांग प्रबंधन के समक्ष रखी और प्रबंधन पहले 20%,उसके बाद 22% फिर 23% फिर 25% और अन्त मे 26% पर यह कहते हुए राजी हुई कि इससे ज्यादा हम नही दे सकते है। फिर काफी नोकझोंक के बाद अन्ततः दोनो पक्ष 26.5% पर राजी हुए, मगर बी एम एस और सीटू 27% पर अड़े हुए है, मगर तीनो युनियनो ने कहा कि 0.5 % के लिए हम मजदूर प्रति माह हजारो का नुकसान नही कर सकते है।समझौता ड्राफ्ट के लिए भेजा जा चुका है उम्मीद है कि बीएमएस और सीटू भी समझौते को मानते हुए हस्ताक्षर करेंगे। लगता है 58 माह से लटके सेल वेतन पुनरीक्षण पर आज अन्तिम रूप सर्वसम्मति समझौता हो जाएगा ।


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