Bokaro: जय झारखंड मजदूर समाज (JJMS) द्वारा पूरे प्लांट में चलाये जा रहे आक्रोश प्रदर्शन के क्रम में आज बुधवार को सीसीएस और एसएमएस 2 के डिस्पेचर के सामने आक्रोश प्रदर्शन किया गया। JJMS वेज रिविजन समझौता को रद्द करने की मांग का रहा है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय सदस्य बी के चौधरी ने कहा कि जिन मजदूरों ने खून पसीना से उत्पादन में कीर्तिमान स्थापित किया है। जिन्होंने सेल को एतिहासिक मुनाफा करवाया है। उन्हीं मजदूरों को सेल प्रबंधन एनजेसीएस के नेताओं के साथ मिलकर लॉलीपॉप देने का काम किया है।
चौधरी ने कहा कि एमजीबी 15% पर्क 35% पेन्सन अंशदान 9%,जनवरी 2017 से एरियर, ठेकाकर्मियों का वेज रिविजन, रात्रि पाली भत्ता, एस-12 का पद सृजित करने, इन्सेन्टीव रिवार्ड में सुधार इत्यादि मांगों को लेकर पूरे सेल के साथ साथ बोकारो में भी मजदूरों ने एतिहासिक हड़ताल को अंजाम दिया था। लेकिन अधिकारीयों के तुलना में मजदूरों को काफी कम बेनिफिट दिया गया।
भारत सरकार के इस्पात मंत्री आर सी पी सिंह ने भी राज्य सभा में सांसद धीरज प्रसाद साहू के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि इसका जिम्मेदार एनजेसीएस नेता हैं। क्योंकि अधिकारियों का वेज रिविजन डी पी ई गाईड लाईन के तहत किया गया है, जबकि मजदूरों का वेज रिविजन सेल प्रबंधन एवं एनजेसीएस के नेताओं के बीच हुआ है। जिसके बाद पूरे सेल के साथ साथ बोकारो में भी मजदूरों में एनजेसीएस के नेताओं के खिलाफ आक्रोश बढ़ा है।
पुरे सेल के मजदूर आन्दोलित है। सेल नन एनजेसीएस मोर्चा का गठन हो चुका है, जो आने वाले समय इस काले समझौते को रद्द करवाने के लिए एतिहासिक आन्दोलन का शंखनाद करेगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से:—-एस के सिंह ,जे एल चौधरी, ए डबल्यू अंसारी, संतोष कुमार गुप्ता, धर्मेन्द्र प्रसाद, दिलिप कुमार, विश्वजीत मोहंती, ए के चौधरी, अरविंद कुमार, उपेन्द्र कुमार, टी आर टूडू, भरत महतो, सी के सावधान, कुमार ऋषिराज, आर पी सिंह, शिकन्दर जारिका, बिजय कुमार, प्रेम कुमार, धनु दास, शंकर गोप, एम गोप, आर के पंडित, एम एल मोदी, एस भग्त, आर बी अंसारी, ए अंसारी, आर सी कुमार, बी के राय, आशा, तुलसी, कमला, रणजीत, सुनिल, श्रीराम गोप, जलेश्वर महतो एन के सिहं, अनिल कुमार, बिजय कुमार साह, बलेशर राय, आई अहमद, आशिक अंसारी, भोला नाथ तिवारी, बादल कोईरी, दिवाकर कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, रमा रवानी, कार्तिक सिहं, शशिभूषण इत्यादि उपस्थित थे।