Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

BSL Vacancy: डायरेक्टर इंचार्ज से सांसद खफा, पत्र भेज बोलें समझाने के बावजूद बहाली में विस्थापितों की हुई अनदेखी


Bokaro: सेल (SAIL) के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) द्वारा अटेंडेंट सह तकनीशियन प्रशिक्षु के पद पर निकली वेकन्सी के बाद माहौल गर्म है। विस्थापित युवाओं की अनदेखी करना बीएसएल प्रबंधन को भारी पड़ रहा है। बीएसएल को अपनी जमीन देकर स्टील प्लांट लगवाने वाले विस्थापितों का आक्रोश प्रबंधन के खिलाफ बढ़ता जा रहा है।विस्थापितों की पीड़ा को समझते हुए धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह (BJP) ने वेकन्सी निकलने के 24 घंटे के अंदर ही बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज, अमरेंदु प्रकाश को पत्र भेज विस्थापित युवाओं के लिए उम्र सीमा और सीट बढ़ाने को कहा है। सांसद ने पत्र में लिखा है कि, निकाले गए अटेंडेंट-तकनीशियन प्रशिक्षु की वेकन्सी के लिए बोकारो स्टील प्लांट को विस्थापित युवाओं की उम्र सीमा पूर्व कि भांति 35 वर्ष करना चाहिए।

सांसद के द्वारा डायरेक्ट इंचार्ज से अप्रेंटिश किये विस्थापित के उम्र सीमा बढ़ाने एवं वेकन्सी मे सीट बढ़ाने की बात हुई थी। ताकि अधिकतर विस्थापित अप्रेंटिश प्रशिक्षु नियोजन में समायोजित हो सके। बोकारो प्रबंधन इस पर कोई पहल नहीं करते हुए नियोजन की बहाली प्रक्रिया निकाल दी है। जिससे सांसद खफा है।

सांसद ने कहा है कि निकाली गई वैकेंसी में बीएसएल से अप्रेंटिस किए हुए विस्थापितों के लिए आरक्षण नहीं दिया गया है। पदों की संख्या भी बहुत कम है। इससे विस्थापित काफी आक्रोशित है। आरक्षण सुनिश्चित करते हुए पदों की संख्या बढ़ाने तथा उच्चतम उम्र सीमा विस्थापितों के लिए 35 वर्ष करने पर पुनर्विचार करें।

BSL का बहाली निकालना विस्थापितों को लॉलीपॉप दिखाना-


विस्थापित अप्रेन्टिस संघ की बैठक गुरुवार को सेक्टर चार स्थित जाहेर गढ़ में हुई। संबोधित करते अमजद हुसैन ने कहा कि बीएसएल ने बहाली निकालकर हम विस्थापितों को लॉलीपॉप दिखाने का काम किया है। पिछले 3 वर्ष से करीब 6 सौ विस्थापित अप्रेन्टिस ट्रेनिंग पूरा कर बेरोजगार बैठे हुए हैं, पर बोकारो इस्पात प्रबंधन इतना कम बहाली निकाल कर हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। एक तो 2 वर्ष का ट्रेनिंग 6 वर्ष में पूरा करवाया है। वहीं दूसरी और अधिकतम उम्र सीमा को हम विस्थापितों के लिए घटा कर 28 वर्ष कर दिया गया है।

अप्रेन्टिस ट्रेनिंग किये आधे विस्थापितों को तो वेकैंसी का फॉर्म भरने लायक नहीं छोड़ा। इससे विस्थापितों में भारी आक्रोश है। ये आक्रोश कभी भी फूट सकता है। बैठक की अध्यक्षता विदेशी महतो ने तथा संचालन मुबारक अंसारी ने किया। मौके पर अरविंद कुमार, प्रफ्फुल, दुर्गा चरण, सुनील कुमार, बिरेन्द्र कपरदार, सद्दाम हुसैन, सुरेंद्र, किशोर, सीताराम कपरदार, सत्यजीत, राजेश, लखिन्द्र, जगदीश महली, सुंदर लाल, राजकुमार, असलम, बसंत समेत दर्जनों बेरोजगार विस्थापित अप्रेन्टिस मौजूद थे।

 

 


Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!