Bokaro: जय झारखंड मजदूर समाज (JJMS) की ओर से फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड (FSNL), बोकारो युनिट के कार्यालय के सामने सैकड़ो की संख्या में मजदूरों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जोरदार आक्रोश प्रदर्शन किया। मजदूरों ने फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड को बेचने के प्रक्रिया को अबिलम्ब रोकने की आवाज़ उठाई।
जय झारखंड मजदूर समाज ने कहा है कि अगर सरकार तुरंत इस पर रोक नहीं लगाती है तो सैकड़ो की संख्या में दिल्ली के जंतर मंतर पर अनिश्चित कालिन धरना प्रदर्शन करेंगे।
भारत सरकार ने फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (FSNL) में 100 प्रतिशत इक्विटी और कंपनी के निजीकरण में निजी निवेशकों से रुचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित करना शुरू कर दिया है। एफएसएनएल एक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है जो फेरस स्क्रैप सेवाएं, स्क्रैप से स्लैग रिकवरी, और वर्तमान में देश में नौ स्टील मिलों के लिए काम कर रही है। सरकारी नोटिस में कहा गया है कि रुचि की अभिव्यक्ति 5 मई, 2022 तक स्वीकार की जाएगी और बोली लगाने वालों की शॉर्टलिस्ट 22 मई को घोषित की जाएगी।
युनियन के महामंत्री बी के चौधरी ने कहा कि फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड जो 100% इस्पात मंत्रालय के अधीन है। इसका गठन सन् 1979 में किया गया था। जो सेल के सभी यूनिटों में कार्यरत है। फेरो स्क्रेप निगम पूरे प्लांट में अनुपयोगी हो चूके लोहे के स्क्रेप को प्रोसेसिंग कर एसएमएस को देने का काम रहता है।
सेल के सभी यूनिटों में फेरो स्क्रेप निगम के 105 अधिशासी, 580 अनाधिशासी एवं 960 ठेकाकर्मी कार्यरत है। इसके बिकने के उपरान्त विभागीय मजदूरों का क्या होगा इसे भी सरकार अंधेरे में रखा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ जनवरी 2017 से वेज रिविजन लटकाया गया है। जबकि अधिकारीयों का वेज रिविजन 2 वर्ष के उपर हो चुका है तथा एरियर का भी भुगतान कर दिया गया है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से – संयुक्त महामंत्री एस के सिंह ,जय झारखंड मजदूर समाज फेरो स्क्रेप निगम के युनिट अध्यक्ष सुरेश प्रसाद, हरेन्द्र पासवान, सुभाष चन्द्र बाउरी, घनश्याम सिंह, राकेश कुमार सिंह, बबन प्रसाद, हीरु कालिन्दी,राम कृष्ण दास, गौतम चक्रवर्ती, राजू लहेरी, त्रिलोकी सिंह, मिथलेश पासवान , रामेश्वर बड़ाईक श्याम लाल प्रमाणिक,विजय कुमार साह इत्यादि उपस्थित थे।