Bokaro: ठंड की आहट के साथ ही शहर में एक बार फिर चोरों का तांडव शुरू हो गया है। इस बार चोरों ने चीरा चास इलाके को अपना निशाना बनाया है। पिछले चार दिनों में पांच घरों में चोरी की घटनाओं ने इलाके में दहशत फैला दी है। 26 अक्टूबर को कुञ्ज विहार, 27 अक्टूबर को प्राप्ति स्टेट और 29 की रात वास्तु विहार फेज-4 के तीन घरों में चोरी की वारदात हुई है। इन घटनाओं के बाद स्थानीय निवासी भयभीत हैं और लगातार पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं।
CCTV फुटेज में दिखा ‘हाफ पैंट गैंग’ का आतंक
घटनाओं के CCTV फुटेज सामने आए हैं, जिसमें एक ही गिरोह का होना प्रतीत होता है। फुटेज में चोर हाफ पैंट में नजर आ रहे हैं, चेहरे मास्क से ढके हुए और हाथों में औजार लिए हुए हैं। ये चोर आधी रात गलियों में उछल-कूद करते हुए घरो में दाखिल होते दिखे। पुलिस ने FIR दर्ज की है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वास्तु विहार में सेवानिवृत्त दारोगा समेत तीन घरों को बनाया निशाना
वास्तु विहार फेज-4 के रोड नंबर में सेवानिवृत्त दारोगा नागेंद्र शर्मा, पवन प्रकाश पारस और सुशील कुमार के घरों में चोरों ने ताला तोड़कर नकदी और गहने चोरी कर लिए। प्रारंभिक जांच में चोरी की रकम और गहनों की कीमत करीब 30 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। कई घरों के सदस्य बाहर हैं, जिनके लौटने पर कुल नुकसान का सही अनुमान लगाया जा सकेगा।
कुंज विहार और प्राप्ति स्टेट भी सुरक्षित नहीं
कुंज विहार में भी चोरों ने एक घर का ताला तोड़ा और दूसरे में चोरी की कोशिश की। हालांकि, पीड़ित परिवार ने अब तक FIR दर्ज नहीं कराई है। इसी तरह प्राप्ति स्टेट में रहने वाले अधिवक्ता कांत मिश्रा के घर में भी 27 अक्टूबर की रात चोरी हुई। सभी परिजन सोए हुए थे, तभी चोर खिड़की का ग्रिल निकालकर अंदर घुसे और चार सोने की चेन, सात चांदी के सिक्के और 25 हजार रुपये नकद समेत कीमती गहने लेकर फरार हो गए।
माराफारी में भी सक्रिय हैं चोर, 6.7 लाख के गहने गायब
चीरा चास ही नहीं, बल्कि माराफारी थाना क्षेत्र के झोपड़ी कॉलोनी में भी चोरों ने तांडव मचाया। टीओपी मोड़ निवासी नवल साह छठ पूजा के लिए बाहर गए थे, तभी चोरों ने उनके घर से छह लाख सत्तर हजार रुपये के गहने उड़ा लिए। सोने और चांदी के कई कीमती गहनों समेत घर का ताला टूटा मिला।
पुलिस की नींद उड़ी, पर नतीजा शून्य
लगातार हो रही वारदातों ने पुलिस की नींद उड़ा दी है, लेकिन अब तक किसी चोर को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है। चीरा चास के कुछ कॉलोनियों में लोग अब रात में जागकर पहरा देने को मजबूर हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर कब तक शहर में चोरों का यह आतंक यूं ही जारी रहेगा?

