बोकारो के सेक्टर-4 स्थित संगीत कला अकादमी शुक्रवार को रंगों और कल्पनाओं की अद्भुत दुनिया में बदल गई। मौका था प्रख्यात चित्रकार सुनील कुमार मोदी की दो-दिवसीय एकल चित्रकला प्रदर्शनी ‘ओडिसी: एक पूर्ण यात्रा, आजीवन यात्रा’ के उद्घाटन का। राष्ट्रीय कला-आलोचक रामप्रवेश पॉल ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और इसे एक ‘जीवन यात्रा’ बताया। कला प्रेमियों की भीड़ ने प्रदर्शनी को सराहा और चित्रों में छुपे गहरे भावों को आत्मसात किया।
अमूर्त कला के माध्यम से जीवन के रंग
सुनील मोदी की पेंटिंग्स अमूर्त कला की उत्कृष्ट मिसाल हैं। उन्होंने रंगों के माध्यम से मानवीय भावनाओं, कल्पना और अवचेतन मन को जीवंत किया। उनकी रचनाओं में रहस्यमय बॉक्स, कोरल जैसे प्रतीकात्मक तत्व और मानव आकृतियों की गहराई दर्शाती है। एक्रेलिक, चारकोल, ड्राई कलर और मिश्रित माध्यमों के प्रयोग से मोदी की कला को विशिष्ट पहचान मिलती है।
स्थानीय कला को मंच देने की पहल
सुनील मोदी ने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य बोकारो में रचनात्मक वातावरण विकसित करना और स्थानीय कलाकारों को मंच देना है। इस अवसर पर दिल्ली के संगीत नाटक अकादमी सदस्य संजय चौधरी, चित्रकार आरपी मंडल और अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सुनील मोदी की पहचान
डीपीएस बोकारो के पूर्व कला शिक्षक सुनील मोदी को एमएफ हुसैन अवार्ड, झारखंड राज्य सम्मान और अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। उनकी पेंटिंग्स को दिल्ली, कोलकाता, भोपाल, मणिपुर और विदेशों में सराहना मिली है।
क्या है एब्स्ट्रेक्ट पेंटिंग ?
बचपन से चित्रकला में रुचि रखने वाले मोदी ने कोलकाता से फाइन आर्ट्स में मास्टर्स किया है। अमूर्त कला में वे भावनाओं को रंगों, संकेतों और आकृतियों के माध्यम से कैनवास पर उकेरते हैं, जो देखने वालों के मन में गहरी अनुभूति छोड़ते हैं।