Bokaro: लेट से बीएसएल (BSL) प्लांट में ड्यूटी जाने वाले सैकड़ो कर्मचारी और अधिकारी आज मंगलवार को झेल गए। देरी से पहुंचने वाले कर्मियों को प्लांट के मेंन गेट और अन्य प्रवेश द्वार पर रोक दिया गया। उन्हें वहां काफी देर तक खड़ा रख एहसास दिलाया गया की वह लेट है। बताया जा रहा है कि लेट से ड्यूटी जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को अब गेट बंद मिलेगा और उन्हें प्लांट के अंदर जाने नहीं दिया जायेगा। उनके साथ कोई रियायत नहीं की जाएगी। Video:
मंगलवार को बीएसएल प्लांट के गेट के बहार कर्मियों के वाहनों की लम्बी कतार लग गई। बीएसएल प्लांट के मेंन गेट से पास सेक्शन तक कर्मियों के वाहन खड़े हो गए। कई लोग वापस लौट गए। कुछ लोगों को शर्मिन्दगी महसूस हुई। गेट पर लगे लाउड स्पीकर से बहार खड़े लेट से आने वाले कर्मियों को सुनाया गया की वह समय सारणी का पालन करें। सेल (SAIL) के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) प्रबंधन ने कोरोनाकाल में दिए गेट समय सारणी प्रावधानों में छूट को अब तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
बीएसएल प्रबंधन ने गेट पर तैनात CISF को कहा है की गेट को समय से बंद कर दें और किसी को अंदर जाने नहीं दें। प्रबंधन ने कर्मियों को इस बात से जागरूक करने के लिए सोमवार-मंगलवार को गेट समय पर बंद कर दिया और करीब आधे घंटे तक उन्हें बाहर खड़ा रख फिर उन्हें अंदर जाने दिया। बताया जा रहा है कि डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश को पिछले कुछ दिनों से प्लांट के विभिन्न डिपार्टमेंट के एचओडी से कर्मियों और अधिकारियों के लेट ड्यूटी आने कि शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने इस तरह का कड़ा कदम उठाया है।
बीएसएल के प्रवक्ता, मणिकांत धान ने कहा कि गत वर्ष कोविड को देखते हुए प्लांट गेट में प्रवेश हेतु समय -सारिणी में जो थोड़ी छूट थी, उसे पहले ही ख़त्म कर दिया गया था। ए शिफ्ट, बी शिफ्ट, सी शिफ्ट और जनरल शिफ्ट का जो पूर्व निर्धारित समय है, उसका अनुपालन कराया जा रहा है और कर्मचारियों को भी निर्देशित किया जा रहा हैं कि गेट समय सारिणी का नियमानुसार पालन सुनिश्चित करें।