Bokaro: संदिग्ध माओवादियों ने नकली बम की आड़ में एक असली आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस -IED) लगाया था, जिसे शनिवार को पुलिसकर्मियों ने नाकाम कर दिया। बोकारो के नावाडीह थाना क्षेत्र के पोटसो पंचायत के गोरमोरा गांव के एक स्कूल के पास से आईईडी बरामद हुआ है।
बेरमो के एसडीपीओ सतीश चंद्र झा ने कहा कि नकली बम (IED) गांव के एक स्कूल के पास पुलिया के नीचे पाया गया, जबकि असली 5 किलो का IED वहां से 100 मीटर दूर दूसरी पुलिया के नीचे प्लांट किया हुआ पाया गया। गोरमोरा गांव बोकारो और गिरिडीह जिलों की सीमा पर स्थित है। वह पुलिया जिसके नीचे बम रखा हुआ पाया गया उसका उपयोग नावाडीह, डुमरी और विष्णुगढ़ जाने के लिए लोगो द्वारा किया जाता है।
माओवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान के दौरान पुलिस अक्सर इसी रास्ते का इस्तेमाल करती है। यह संभवत: पहली बार है जब माओवादियों ने एक पुलिया के नीचे नकली IED और दूसरी पुलिया के नीचे असली IED लगाकर पुलिस को चक्रव्यूह में फासने की कोशिश की है। जिस पुलिस ने नाकाम कर दिया।
एसडीपीओ ने कहा कि असली IED में तार जुड़ा हुआ था, जो सक्रिय था। हालांकि यह घटना की जांच के बाद साफ होगा कि यह नक्सलियों का काम है या शरारती तत्वों का। नकली IED के अंदर रेत भरकर तारों से बांधा गया था।