Bokaro: पुर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति फॉरम (साजफ) ने झारखण्ड के पुर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गिरफ्तारी के विरोध में गांधी चौक से नया मोड़ तक मशाल जुलूस निकाला गया। बोकारो जिला अध्यक्ष महेंद्र मुंडा, संरक्षक समिति सदस्य मनोज पासवान ने मशाल जुलुस में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
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रामाकान्त राम ने कहा कि हेमंत सोरेन को द्वारा राज्य के विकास के लिए किए गए कार्य को देखकर भाजपा के पेट में दर्द हो रहा था। झारखण्ड के युवा, ऊर्जावान, ईमानदार पुर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पहले ईडी के द्वारा घेराबंदी की गयी, और उसके बाद उन्हे जेल में बंद कर दिया, जिससे झारखण्ड प्रदेश के लोगो में रोष व्याप्त है।
वर्तमान केंद्र सरकार की यह नीति है कि विरोधियो को अपना पैर जमाने न दिया जाये। यह केंद्र सरकार की दलित – आदिवासी के प्रति नकारत्मक भावना को उजागर करती है जो कि देश की सामाजिक, समानता और समरसता के विरुद्ध है। उन्होने कहा कि साजफ केंद्र सरकार से यह मांग करती हैं कि हेमंत सोरेन को अविलंभ रिहा किया जाये और दलित-आदिवासी के विरुद्ध ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग बंद किया जाये।
मशाल जुलूस में मुख्य रूप से केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रूपलाल मांझी, केन्द्रीय उपाध्यक्ष अशोक रजवार, शम्भु कुमार, सुभाष बाउरी, केन्द्रीय महासचिव बीरन रजवार, राजीव मुंडा, सरोज कुमार, प्रमोद रजक, महेश लाल, संगठन मंत्री सुरेन्द्र पासवान, सलाहकार समिति सदस्य बैजनाथ कुमार, अरबिन्द कुमार मुर्मू, सुशील कुमार, राकेश कुमार, सुनील कुमार, कुमार, कृष्णा सोरेन, अशोक राम, अवधेश पासवान, रंजीत पासवान, कीसन बाउरी, विजय बांसफोर, नीरज कुमार, प्रेमशंकर पासवान, धरीक्षण पासवान, अरुण पासवान उपस्थित रहे।