Bokaro: राज्य सरकार ने कोविड को देखते हुए रविवार की बंदी वापस ले ली है। इस कदम का बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने स्वागत किया है। चैम्बर ने बताया कि उनके सुझाव पर राज्य में रविवार व रात 8 बजे के बाद बन्दी को समाप्त करना व्यापारिक हित मे स्वागतयोग्य कदम है। इस हेतु मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं मंत्री बन्ना गुप्ता जी का चेंबर ने आभार व्यक्त किया है।
चेंबर अध्यक्ष संजय बैद ने कहा जीवन के साथ जीविका भी जरूरी है। उल्लेखनीय है की बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा निरंतर इस विषय पर पत्राचार किया जा रहा था। कुछ दिन पहले ही दीपावली एवं छठ जैसे महापर्व के आगमन को लेकर मुख्यमंत्री को टिव्ट करके रविवार की बंदी वापस लेने की मांग की गई थी।
रविवार की बंदी होने के कारण नौकरी पेशा लोगों को खरीदारी में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, अब उन्हें इससे राहत मिलेगी।
>आंगनबाड़ी केंद्रों को भी खोलने का निर्णय लिया गया है. प्रदर्शनी, जुलूस और मेले पर पहले की तरह रोक बरकरार रहेगी.
> सरकार ने अब वैवाहिक समारोहों में 500 लोगों को भाग लेने की इजाजत दी गयी हैै. हालांकि बड़ी क्षमता वाले वाले हॉल में पचास फीसदी तक लोगों के जमा होने की इजाजत होगी. यानी किसी बैंक्वेट हॉल की क्षमता 2000 है तो वहां होनेवाले वैवाहिक समारोह में 1000 लोग शामिल हो सकेंगे.
> आंगनबाड़ी केंद्रों को खोला जा रहा है, लेकिन सिर्फ उन्हीं सेविकाओं को केंद्रों मे जाने की इजाजत होगी, जिन्होंने कोविड टीके के दोनों डोज ले लिया है.
> दुकानों को रात आठ बजे तक खोलने की समय सीमा भी अब खत्म कर दी गयी है.
> काली पूजा के दौरान दुर्गा पूजा के समान गाइडलाइन लागू होगी. यानी मूर्तियों की ऊंचाई से लेकर भोग वितरण तक के लिए वही व्यवस्था लागू रहेगी, जो दुर्गा पूजा के दौरान लागू थी.
> स्वीमिंग पूलों में भी उन्हें ही जाने की इजाजत दी जायेगी, जिन्होंने टीके के दोनों डोज ले लिये हैं.
> शराब दुकानें भी 11 बजे तक खोली जा सकेंगी.
> कोचिंग क्लासेज में भी 10वीं क्लास से लेकर ऊपर तक के सभी छात्र जा सकेंगे. कक्षा एक से कक्षा पांच तक के स्कूल अभी नहीं खुलेंगे.