Bokaro: झारखंड के सबसे ऊंचाई पर स्तिथ झुमरा पहाड़ के मतदान केंद्र पर शनिवार को पंचायत चुनाव में भारी मतदान हुआ। झुमरा का यह पोलिंग बूथ समुद्र तल से लगभग 2500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। गोमिया ब्लॉक के अंतर्गत आने वाला झुमरा पहाड़ कभी माओवादी का गढ़ हुआ करता था। पर आज इसी अति संवेदनशील पोलिंग बूथ पर 74.02 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। जो की झुमरा में अबतक का सबसे अधिक वोटिंग परसेंटेज है। इससे पहले 22 नवंबर 2015 को हुए पंचायत चुनाव में झुमरा में 66 फीसदी मतदान हुआ था।
मतदान प्रतिशत में वृद्धि एक तरफ जहा घटते माओवादियों के डर को दर्शाता है वहीं सरकार के प्रति ग्रामीणों के बढ़ते विश्वास को स्थापित करती है। पहाड़ी के ऊपर जंगलों के बीच घिरा झुमरा गांव के अपग्रेडेड सरकारी स्कूल में तीन मतदान केंद्रों 90, 91 और 92 में ग्रामीणों विशेष रूप से महिलाओं और बुजुर्गों ने बड़ी संख्या में मतदान किया। मतदान केंद्र सीआरपीएफ कैंप के बगल में स्थित था।
बोकारो के डीसी कुलदीप चौधरी ने कहा कि झुमरा सहित अन्य अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। जिले के गोमिया-पेटरवार प्रखंड में शनिवार को शांतिपूर्ण माहौल में मतदान संपन्न हुआ। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। गोमिया प्रखंड में करीब 66.53 फीसदी और पेटरवार प्रखंड में 74.05 फीसदी मतदान हुआ। कुल 393 भवनों में 726 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमे 307 संवेदनशील, 311 संवेदनशील और 108 सामान्य मतदान केंद्र थे।
झुमरा हिल के मतदान केंद्र में जमनीजारा, सिमराबेड़ा, बलथरवा, सुरकटवा, झुमरा, पन्नताद, बिहाईमहुआ, सरैयापानी, लेदियाम और मुर्गटोला के निवासियों ने मतदान किया। पन्नाटाड, बिहाईमहुआ, मुर्गटोला और सरैयापानी तलहटी पर स्थित हैं, जबकि अन्य पहाड़ी पर स्थित हैं। इस भीषण गर्मी में ग्रामीण पैदल ही पहाड़ी चढ़कर जंगलों को पार करते हुए बूथों पर पहुंचे थे।
यूँ तो मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ, लेकिन शुरू में दो घंटे के लिए बहुत कम संख्या में मतदाता हुआ, लेकिन बाद में संख्या बढ़ गई। झुमरा मतदान केंद्र में कुल 1035 मतदाता हैं। बूथ संख्या 90 में सबसे अधिक 79.15 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, 91 बूथ पर 69.84 प्रतिशत और 92 बूथों पर 73.62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस मतदान केंद्र पर 12 मतदानकर्मी तैनात थे। सभी मतदान कर्मियों ने निर्भय होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए ग्रामीणों की प्रशंसा की।