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घूस देना नहीं हुआ बर्दास्त, तो ‘घूसखोर कर्मचारी को बर्खास्त करो’ का बोर्ड पकड़कर बैठ गया धरने पर, फिर जो हुआ…


Report by प्रेमजीत जायसवाल

Bokaro: झारखंड के बोकारो में घूस माँगना एक सरकारी बाबू को महँगा पड़ा। सबके सामने उसकी खूब फजीहत हुई। जिस व्यक्ति से सरकारी बाबु ने घूस माँगा वो सरकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गया। एक तख्ती भी हाथ में लेकर बैठ गया जिसमे लिखा था – ‘हमें न्याय चाहिए’ तथा ‘घूसखोर राजस्व कर्मचारी को बर्खास्त करो’।

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मामला जिले के कसमार अंचल कार्यालय का है। आरोप है कि यहां के राजस्व उप निरीक्षक सुभाष चंद्र कुमार ने एक गरीब व्यक्ति से घूस माँगा। जिसके बाद, वह व्यक्ति, जिसकी पहचान सिंहपुर पंचायत के गोरियाकुदर निवासी महेश महतो रूप में की गई है। गुरुवार को कसमार प्रखंड के सिंहपुर में आयोजित प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम में अपनी बेटी व नाती के साथ धरने पर बैठ गया। Video:

इसी बीच भीड़ समेत मौजूद विधायक व अधिकारियों की नजर पीड़ित उस परिवार पर पड़ी. परिवार के सभी सदस्य हाथों में ‘हमें न्याय चाहिए’ तथा ‘घूसखोर राजस्व कर्मचारी को बर्खास्त करो’ लिखी तख्तियां लेकर बैठे थे. मौके पर मौजूद गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो एवं जिला नोडल पदाधिकारी मनीषा वत्स समेत अन्य अधिकारी उनके पास पहुंचे तथा मामले की जानकारी ली.

इस दौरान महेश महतो ने बताया कि उनका कोई पुत्र नहीं है. वह अपनी एकलौती पुत्री रीता कुमारी, जिसकी शादी कुछ वर्षों पहले बंगाल के बोकोद के निकट हो चुकी है, को अपने हिस्से की कुछ जमीन रजिस्ट्री कराना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने अंचल कार्यालय में आवेदन देकर अनुमति पत्र मांगा था.

राजस्व कर्मचारी सुभाष कुमार ने अनुमति पत्र देने के एवज में उनसे 14 हजार रुपए की मांग की. उसमें से दो हजार रुपया उनसे लिए गए तथा शेष 12 हजार रुपया घूस नहीं देने के कारण उन्हें अभी-तक अनुमति पत्र नहीं मिल पाया है.

महतो के अनुसार वह जब भी अंचल कार्यालय इस बाबत पूछने जाते हैं तो राजस्व कर्मचारी सीधे पैसों की मांग करते हैं. साफ शब्दों में कहते हैं कि पहले पैसा लेकर आओ, उसके बाद ही काम होगा. घूस की रकम नहीं देने के कारण उन्हें अंचल कार्यालय में एल साल तक दौड़ाया जा रहा है.

मामला सुनने के बाद विधायक डॉ लंबोदर ने राजस्व उपनिरीक्षक सुभाषचंद्र को मौके पर बुलाया एवं उन्हें जमकर फटकार लगाई. विधायक ने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस तरह की लगातार शिकायत मिल रही है और पहले भी हिदायत दी गई है. इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है.

विधायक ने कहा की घूस में लिया गया पैसा अविलंब वापस करें तथा महेश महतो को एक सप्ताह के अंदर अनुमति पत्र निर्गत करें. विधायक ने मौके पर मौजूद नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आरोपी राजस्व उपनिरीक्षक को एक सप्ताह के अंदर यहां से हटाए.

पूछताछ के दौरान राजस्व उपनिरीक्षक ने नोडल पदाधिकारी को बताया कि वह पिछले नौ साल से यहां पर स्थापित हैं. जिला नोडल पदाधिकारी ने आश्वस्त किया कि वह उपायुक्त को इस मामले से अवगत कराकर इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करेंगे. उसके तबादले की अनुसंशा की जाएगी. मामले की जांच हो रही है.

इधर राजस्व उपनिरीक्षक ने आरोप को निराधार बताया।


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