Bokaro: 24 मई दुनिया भर में “विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस” के रूप में मनाया जाता है ताकि सिज़ोफ्रेनिया के रोगियों की उचित देखभाल हेतु इस बीमारी के प्रति समाज में जागरूकता पैदा की जा सके.
विश्व स्किज़ोफ्रेनिया दिवस के अवसर पर 24 मई को बीजीएच (BGH) के सीएमओ कॉन्फ्रेंस हॉल में भी मनश्चिकित्सा (साइकेट्री) विभाग द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
सिज़ोफ्रेनिया एक मानसिक बीमारी है जो ठीक से इलाज न करने पर गंभीर मानसिक और काग्निटिव अशक्तता का कारण बन सकती है. ऐसे मरीजों के इलाज के लिए दवाओं के साथ-साथ परिवार और सामाजिक सहयोग की भी जरूरत होती है. हमें ऐसे मरीजों की मदद करनी चाहिए और उन्हें समाज से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.
इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को ऐसे रोगियों के प्रति समाज की भूमिका के बारे में जागरूक किया गया और सभी से अनुरोध किया गया कि वे इस संदेश को बड़े पैमाने पर समाज में प्रचारित करें.
इस कार्यक्रम में डॉ रमेश कुमार हेम्ब्रम (मनोचिकित्सक) ने इस पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी और डॉ प्रभात कुमार, एडिशनल सीएमओ,(मनोचिकित्सा विभाग) मॉडरेटर रहे. इस कार्यक्रम में सीएमओ इंचार्ज डॉ. बी.बी. करुणामय सहित डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. ए. मंडल, डॉ. आनंद कुमार, डॉ. सुबोध कुमार (क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट) एवं अन्य वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित थे.