Bokaro: उधर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (JMM) विस्थापितों के हक़ की लड़ाई लड़ रहा है, तो इधर उसका ट्रेड यूनियन जय झारखंड मजदूर समाज (JJMS) कामगारों के वेज रिविज़न के मुद्दे पर बोकारो इस्पात संयंत्र (SAIL BSL) प्रबंधन से काफी खफा है। आज मंगलवार को जेजेएमएस के सदस्यों ने मीटिंग कर बीएसएल प्रबंधन और NJCS नेताओं के बीच के आपसी प्रेम की चर्चा करते हुए उनकी जमकर निंदा की। जेजेएमएस ने प्रबंधन के खिलाफ अपना रुख कड़ा कर दिया है।
JJMS कार्यालय सेक्टर 9 में युनियन के महामंत्री बी के चौधरी के अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक में सभों ने 5 अक्टूबर को हुए NJCS के बैठक में आनन-फानन में मात्र 21000/=रूपये के प्रबंधन द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर अपना स्वीकृति देते हुए हस्ताक्षर कर देना, इस तरफ इशारा करता है की, 21 अक्टूबर को प्रस्तावित NJCS की बैठक में भी वही होगा जो प्रबंधन चाहता है।
बी के चौधरी ने कहा कि इस अनहोनी को NJCS के साथ-साथ प्रबंधन छुपाने का असफल प्रयास कर रहा है। जिसका जितनी भी भर्त्सना की जाय कम है, क्योंकि इतने बरसों में अनेकों बार मजदूरों ने अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल किया लेकिन कभी भी बोनस के राशि में से कटौती नहीं की।
वेज रिविजन में प्रबंधन के हठधर्मिता के खिलाफ मजदूरों को गुमराह करने के उद्देश्य से 8 अक्टूबर को पूरे सेल मे प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें NJCS के नेताओं के आपसी कलह को सार्वजनिक कर प्रबंधन को ताकत देने का काम किया है, क्योंकि इस प्रदर्शन में कुछ युनियन दूरी बना कर रखा था। ठेकेदार मजदूरों के बोनस पर NJCS के बैठक में नेताओं द्वारा मांग नहीं रखने की भी निंदा चौधरी ने की।
चौधरी ने यह भी कहा कि 21 अक्टूबर को प्रस्तावित NJCS की बैठक में जनवरी 2017 से एरियर के साथ 15, 35 एवं 9%,ठेकाकर्मियों का वेज रिविजन एवं बोनस पर भी निर्णय नहीं लिया गया तो, 2015 के तरह चिमनी का धुआं बन्द करने के लिए मजदूर मजबूर हो जायेगा। जिसे NJCS के नेता भी रोक नहीं पाएंगे।
बैठक मे मुख्य रूप से – शंकर कुमार, एन के सिंह, आर बी चौधरी, संजय कुमार सिंह,आशिक अंसारी, सी के एस मुंडा,अभिमन्यु, मांझी, रोशन कुमार ,सुनील कुमार, प्रमोद कुमार, आई अहमद, राजेंदर प्रसाद, रामेश्वर माँझी, इत्यादि उपस्थित थे।