Bokaro : झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के ट्रेड यूनियन, जय झारखंड मजदूर समाज, के हज़ारो कार्यकर्ता बुधवार को ढोल-नगाड़ा बजाते हुए बोकारो इस्पात प्रबंधन के खिलाफ सड़क पर उतरे। जुलुस के शक्ल में जेजेएमएस कार्यकर्ता बिरसा चौक से पैदल चलकर पुरे ताम-झाम के साथ इस्पात भवन (एडीएम) के सामने पहुंचे। वहां अपने मांगो के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारा लगाया और चेतावनी भी दी की अगर प्रबंधन चिमनी का धुआँ बंद नहीं करवाना चाहती है तो उनके मांगो को पूरा करे। सभी मांगे मजदूर हित की है और जायज़ है।
जेजेएमएस का इतना बड़ा प्रदर्शन झामुमो सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बोकारो आगमन के ठीक तीन दिन बाद हुआ। बता दे की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बोकारो भ्रमण के दौरान जेजेएमएस के महामंत्री बी के चौधरी ने बीएसएल प्लांट में हो रहे मजदूरों के शोषण पर लम्बी चर्चा की थी। मुख्यमंत्री को बताया था की किस तरह सेल के सभी अन्य यूनिटों में इस्पातकर्मीयों द्वारा गुप्त मतदान कर युनियन का चुनाव होता रहा है। पर बीएसएल एक साजिश के तहत चुनाव नहीं कराता है। युनियन का चुनाव नहीं करवाकर प्रबंधन अपने चापलूसी करने बाले युनियन को एनजेसीएस में भेजता रहा है। जो बराबर मजदूर बिरोधी निर्णय पर हस्ताक्षर कर मजदूरों का शोषण करते रहा है।

प्रदर्शन के दौरान, इस्पात भवन के सामने पहुंच बी के चौधरी ने 21 सूत्री मांगों को कार्यकर्ताओ के सामने पढ़ा। उसके बाद अपनी बुलंद आवाज़ में, महामंत्री ने उनसे पूछा की अगर बीएसएल प्रबंधन उनकी मांगो की पूर्ति नहीं करता है तो उनको अगला कदम क्या होना चाहिए। इसके जवाब में कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में पुरे मजबूती के साथ बीएसएल प्लांट के चिमनी का धुआं बन्द करने का नारा लगाने लगे। उसी वक़्त, बी के चौधरी ने कोक ओवेन एन्ड बाई प्रोडक्ट प्लांट में काम कर रहे ठेकेदार मजदूरों के हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई। और एलान कर दिया की अगर फरवरी तक उन मजदूरों के समस्याओ का समाधान नहीं हुआ, तो मार्च में नोटिस देकर प्लांट में काम बंद कर देंगे।
बी के चौधरी ने कहा की जेजेएमएस का आज का यह प्रदर्शन मात्र मूवी का ट्रेलर है। हमने आज नगाड़ा बजा कर सेल प्रबंधन एवं एनजेसीएस नेताओं को कुम्भकरणिये नींद से जगाने की कोशिश की है। अगर जाग गए तो ठीक है, नहीं तो 2015 की तरह फिर प्लांट का धुआँ बंद होने से कोई रोक नहीं पायेगा। राज्य में झामुमो की सरकार है और हमारे मुख्यमंत्री मजदूरों का शोषण बर्दास्त नहीं कर सकते। मजदूरों को उनके हक़ का निवाला जायज तौर पर मिलना चाहिए।
चौधरी ने कहा कि आज तक वेज रिविजन होने में 50 महीना का बिलम्ब हो चुका है। इन एनजेसीएस नेताओं के आचरण को देखते हुए और कितने महीना लगेंगे कहना मुश्किल है। विदित हो कि हर वेज रिविजन में सभी प्रकार के भताओं में लगभग 4 से 5 हजार का बढ़ोतरी किया जाता रहा है, जो वेज रिविजन पर हस्ताक्षर होने के तारीख से भुगतान किया जाता है। इस तरह का काला कानून इन्हीं नेताओं के द्वारा हस्ताक्षर कर लागू किया गया है।
और इस मजदूर बिरोधी हस्ताक्षर को निरस्त करना मजदूरों का पहला लक्ष्य है। गुप्त मतदान कराकर युनियन का चुनाव हो मजदूरों का दूसरा लक्ष्य है। उत्पादन बढता जा रहा है लेकिन इन्सेन्टीव रिवार्ड में बढ़ोतरी के जगह कटौती की जा रही है। पहले की तरह लिव इन कैशमेन्ट करबाने की जोश और जुनून भरा हुआ है। मिनिमम वेज, ई एल बोनस का मांग करने पर इन्जीनियर इन्चार्य से मिली भगत कर ठेकेदार द्वारा काम से निकाले जा रहे हैं। उसपर 100% रोक लगाने के लिए ठेकाकर्मी भी आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस चूका है । डी प्रकार आवास सहित सभी प्रकार के आवासों का लाइसेंस योजना, जर्जर हो चुके क्वाटर, स्ट्रीट रोड़ एवं बिजली की हालात बद से बदतर हो गया है ।
हजारों क्वाटर पर असमाजिक तत्वों के द्वारा अतिक्रमण करने के कारण सही लोगो का आवासों में रहना मुस्किल हो गया है इस स्थिति में ठेकाकर्मीयों को आवास देना चाहिए ।
इस आक्रोश जुलूस प्रदर्शन मुख्य रूप से:-
झामुमो ,-हसन इमाम,कलाम अंसारी, शंकर कुमार, एन के सिंह, के के मंडल, संजय कुमार सिंह, सी के एस मुंडा,अभिमन्यु मांझी, रामा रवानी, आशिक अंसारी,चंदशेखर, बादल कोइरी, अनिल कुमार, रोशन कुमार, रामेश्वर मांझी,आई अहमद, विजय कुमार साह,आर आर सोरेन, राजेन्द्र प्रसाद, बालेश्वर राय, रणविजय सिंह, बिनोद कुमार, बिक्रम मांझी, आर के मिश्रा, ए डब्ल्यू ए अंसारी, कार्तिक सिंह, बी के पी सिन्हा, मोहन राम, बरिया तेली, मानिक चंद साह, जे एल चौधरी ,सरोज कुमार,आर पी मंडल, सुरेश प्रसाद, जानकी ठाकुर,महाबीर मांझी,सूचन्द महतो,बी एन तिवारी, समीरण दत्ता, प्रमोद कुमार, विश्वजीत महती, रबिन्द्र राय, ऋषी राज, शैलेन्द्र कुमार, ओ पी चौहान, ओमप्रकाश,इत्यादि उपस्थित थे।
