Bokaro: समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने शनिवार को जिला खनन टास्क फोर्स समिति (डीएमटीएफ) की बैठक की। मौके पर पुलिस अधीक्षक चंदन झा, जिला खनन पदाधिकारी रवि कुमार सिंह, एसडीओ चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, जिला परिवहन पदाधिकारी संजीव कुमार आदि उपस्थित थे।
उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की क्रमवार समीक्षा की। जिला खनन पदाधिकारी ने की गई अनुपालन कार्रवाई के संबंध में बताया। उपायुक्त ने जिला खनन टास्क फोर्स कमेटी (डीएमटीएफ), अनुमंडल/अंचल कमेटी (एसडी/सीएमटीएफ) को अभियान चलाकर अवैध खनन – परिवाहन पर प्रभावी अंकुश लगाने का निर्देश दिया। क्षेत्र में सुनिश्चित करें कि कहीं – किसी तरह के बंद खदानों एवं गुफा बनाकर खनीज का खनन नहीं हो। इसमें किसी भी तरह की कोई सुस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्त ने आवश्यकतानुसार चेक पोस्ट बनाने एवं दंडाधिकारी – पुलिस टीम प्रतिनियुक्ति को लेकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने रेलवे कोल साइडिंग का निरीक्षण करने। विभिन्न कोल कंपनियों द्वारा उनके द्वारा अधिग्रहित क्षेत्र में किसी तरह का अवैध खनन नहीं होने संबंधित पत्र प्राप्त करने को कहा।
उपायुक्त ने पत्थर खनन क्षेत्र/ क्रशर मिलों का भी औचक निरीक्षण करते हुए कार्रवाई करने की बात कहीं। उन्होंने जिला खनन पदाधिकारी को कहा कि अगली बैठक में यह समीक्षा होगी कि जिला/अनुमंडल एवं अंचल स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा कितनी छापेमारी/कार्रवाई की गई। इसकी खनिज वार विस्तृत समीक्षा की जाएगी। उन्होंने विभिन्न चेकपोस्टों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को कार्यशाला आयोजित कर विभिन्न चलानों,दस्तावेजों की जांच संबंधित प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करने को जिला खनन पदाधिकारी को कहा।
बैठक में उपस्थित पुलिस अधीक्षक श्री चंदन झा ने इस बाबत पुलिस पदाधिकारियों को कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने इन कार्यों में लिप्त लोगों को चिन्हित करते हुए नामजद प्राथमिकी दर्ज करने की बात कहीं। अंचलाधिकारियों को थाना प्रभारियों – एसडीपीओ के साथ समन्वय बनाकर छापेमारी करने को कहा। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा की और जरूरी दिशा – निर्देश दिया।
बैठक में मुख्यालय डीएसपी श्री मुकेश कुमार, चास एसडीपीओ श्री पुरषोत्तम कुमार, बेरमो एसडीपीओ सतीश चंद्र झा, सभी अंचलाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, विभिन्न कोयला कंपनियों के महाप्रबंधक/प्रतिनिधि, धनबाद रेल मंडल के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।