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बदल रही इन पंचायतों की तस्वीर, शहर से गांव की ओर दौड़ लगा रही विकास


Bokaro: ग्रामीण विकास मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा बुनियादी सेवाओं को बढ़ाकर, स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करके और सुनियोजित रुर्बन क्लस्टर बनाकर रुर्बन समूहों को बदलने, आर्थिक-तकनीकी सुविधाओं और सेवाओं से संबंधित ग्रामीण – शहरी विभाजन को पाटने के लिए शुरू की गई श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) में बोकारो जिला बेहतर कर रहा है।

 

श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन (एसपीएमआरएम) के फेज टू योजना के तहत चिन्हित बोकारो जिले के जनजातीय बहुल चंदनकियारी प्रखंड के पांच पंचायतों सियालजोड़ी, नयावन, बराजोड़,सावड़ा, चंद्रा पंचायतों को चिन्हित किया गया है। इन पंचायतों में विभिन्न विभागों एवं सीएसआर के तहत कन्वर्जेंस एक्सपेंडिचर (अभिसरण खर्च) में जिला सूबे के सभी जिलों में प्रथम स्थान अर्जित किए हुए हैं।

एसपीएमआरएम का उद्देश्य हो रहा पूरा

इन चिन्हित पंचायतों के गांवों की तस्वीर आज कुछ बदली – बदली दिख रही है। गांव भी शहर की और दौड़ लगा रही है। जिससे श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) का उद्देश्य पूरा हो रहा है। जिला प्रशासन ने विभिन्न विभागों (पथ निर्माण,स्वास्थ्य,शिक्षा,पेयजल,विद्युत आदि विभागों) एवं कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत कन्वर्जेंस एक्सपेंडिचर (अभिसरण खर्च) में राज्य के औसतन खर्च से भी जिले का प्रदर्शन बेहतर है।

96.57 फीसद खर्च कर बोकारो टॉप पर

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) के तहत जिला प्रशासन ने चंदनकियारी प्रखंड के चिन्हित पंचायतों में कन्वर्जेंस एक्सपेंडिचर (अभिसरण खर्च) के तहत 96.57 फीसद राशि खर्च की है। यह प्रदर्शन बोकारो को सूबे में टॉप (पहले स्थान) पर ले जाता है। जबकि, राज्य का औसतन खर्च का प्रदर्शन 85.05 फीसद है। टॉप फाइव जिलों में दूसरे स्थान पर चतरा, तीसरे स्थान पर सिमडेगा, चौथे स्थान पर रामगढ़ और पांचवें स्थान पर रांची जिला है।

उल्लेखनीय हो कि, गांव और शहर की अंतर को कम करने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने वर्ष 2016-17 से श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) को शुरू किया। दूसरे चरण में वित्तीय वर्ष 2017-18 में बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड के पांच पंचायतों को चिन्हित किया गया।

इन पंचायतों में कई विकास कार्य किए गएं हैं। विकास कार्य से गांव भी शहर की और दौड़ लगा रहा है,यहां के लोगों के जीवन-स्तर में भी बदलाव आया है। दूसरे फेज में राज्य के अन्य जिले हजारीबाग, खुंटी, गुमला और पश्चिमी सिंघभूम के भी विभिन्न प्रखंडों का चयन किया गया हैं।

वर्जन- कुलदीप चौधरी, उपायुक्त, बोकारो

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) के तहत विभिन्न विभागों के कन्वर्जेंस एक्सपेंडिचर (अभिसरण खर्च) में बोकारो जिले का प्रदर्शन बेहतर है। पूरी टीम को इसे आगे भी जारी रखने के लिए निर्देशित किया गया है। मिशन के उद्देश्य को प्रशासन पूरा करने को प्रयासरत है।

इन पंचायतों में यह हुए बदलाव…

– माडल स्कूल/स्मार्ट क्लास का निर्माण।
– सामुदायिक पुस्तकालय का संचालन शुरू।
– पेवर्स ब्लाक वाली साफ – सुथरी सड़क निर्माण।
– माडल स्वास्थ्य केंद्र के रूप में अपग्रेडेशन।
– खेल को बढ़ावा देने के लिए मैदान का निर्माण।
– चावल मिल का अधिष्ठापन।
– सामुदायिक भवन सह विवाह भवन का निर्माण।
– लोकल मंडी की व्यवस्था।
– ग्रामीण महिलाओं का कौशल विकास।

सूबे के टॉप फाइव जिलों के कन्वर्जेंस एक्सपेंडिचर (अभिसरण खर्च) का प्रतिशत निम्न हैं–

जिला — प्रतिशत

बोकारो — 95.57 %
चतरा — 92.25 %
सिमडेगा — 92.10 %
रामगढ़ — 91.06 %
रांची — 90.48 %


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