Bokaro: जिले के विभिन्न स्कूलों में शुक्रवार को सैकड़ों छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘परीक्षा पर चर्चा’ के छठे संस्करण का सीधा प्रसारण देखा। चंदनक्यारी के बरकामा स्थित सी एस एकेडमी स्कूल में बच्चो के लिए बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। प्रधानमंत्री द्वारा की गई चर्चा को देखने के लिए गवर्नमेंट हाई स्कूल व कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के बच्चो ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
इसके अलावा पेंटेकोस्टल असेंबली स्कूल और चिन्मय विद्यालय के छात्रों ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल छात्रों को आगामी परीक्षाओं से संबंधित तनाव प्रबंधन के टिप्स दिए बल्कि शिक्षकों को भी विशेष टिप्स भी दिए। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों को छात्रों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए।
सी एस अकादमी चंदनक्यारी में विधायक अमर बाउरी ने कहा कि यह विशेष कार्यक्रम देश भर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करने और उन छात्रों को मूल्यवान विचार साझा करने के लिए आयोजित किया जाता है। जिससे की बच्चे बोर्ड और प्रवेश परीक्षा को आराम से और तनाव मुक्त तरीके से दे सकें। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा “कड़ी मेहनत करो, परीक्षा से मत डरो”।
राष्ट्रपति अवार्डी एवं सी एस एकेडमी के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक सिंह ने कहा कि छात्र देश का उज्जवल भविष्य हैं, उन्हें संवारने की जिम्मेदारी शिक्षकों व अभिभावकों की है।
पेंटेकोस्टल के माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक छात्रों ने अपनी चिंता को कम करने के लिए कई मूल्यवान सुझावों को समझा। प्रिंसिपल, करुणा प्रसाद ने देश भर के छात्रों के साथ मिलकर इस पहल के लिए प्रधान मंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ने छात्रों के प्रश्नों को बहुत धैर्यपूर्वक सुना और उनके जीवन में सुचारू रूप से आगे बढ़ने के लिए उनकी सभी शंकाओं को दूर किया।
चिन्मय विद्यालय के सभागार में बच्चों ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को पूरे धैर्य के साथ देखा। प्रधानमंत्री ने बच्चों से कहा कि आने वाली परीक्षा का आनंद खुशी से लें। आप बिना किसी दबाव के चेहरे पर मुस्कान के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश करें। प्रश्न को ध्यान से पढ़ें और उसका उत्तर दें। समय का सदुपयोग करें। उन्होंने माता-पिता से यह भी कहा कि वे अपनी इच्छाओं का बोझ अपने बच्चों पर न डालें। उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने दें। आज के समय में हर क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों से भी कहा कि वे बच्चों को उनके विषय चुनने में मदद करें। मेहनत के साथ समझदारी से काम लें। टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। उन्होंने कई उदाहरण दिए। इस अवसर पर प्राचार्य सूरज शर्मा, शिक्षकों व विद्यार्थियों ने सीधा प्रसारण देखा।