Bokaro: शहर के लोहांचल के सेक्टर 12 स्थित सरकारी पोल्ट्री फार्म में सोमवार को फिर 50 से अधिक मुर्गियां मृत पाई गईं. मुर्गियों के भारी तादाद में मरने का कारण संदिग्ध बर्ड फ्लू बताया जा रहा है।
जिला पशुपालन अधिकारी मनोज कुमार मणि ने कहा, “उन्हें गड्ढा खोदकर दफनाया जाएगा”। जिला पशुपालन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले छह दिनों में 350 से अधिक मुर्गियां मरी पाई गई हैं। उन्होंने लोगों से कुछ दिनों तक चिकन और अंडे नहीं खाने की भी अपील की। Video नीचे:
जिला पशुपालन अधिकारी मनोज कुमार मणि ने कहा कि मुर्गियां किस बीमारी से मर रही हैं इसकी जांच रिपोर्ट उन्हें नहीं मिली है. लेकिन अचानक हुई मुर्गियों की मौत को देखते हुए एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में पशु चिकित्सा अधिकारियों को पोल्ट्री फार्म का नियमित निरीक्षण कर मुर्गियों के सैंपल की जांच कराने के निर्देश दिए हैं.
जिला पशुपालन पदाधिकारी के अनुसार अंतिम जांच के लिए कोलकाता से भोपाल भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आज नहीं आई है. बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने संबंधित विभाग को भी एहतियाती कदम उठाने का आदेश दिया है. जिसके बाद रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। Video नीचे:
बाजार में मुर्गा बिक्री पर असर दिखा-
हालांकि मुर्गियों की मौत की खबर के बाद शहर में चिकन और अंडे की बिक्री में थोड़ी गिरावट देखने को मिली. रेस्टोरेंट, होटल और ढाबों पर चिकन और अंडे के व्यंजन के ऑर्डर में 20 से 25 फीसदी की कमी आई है. शहर में टिफिन और मेस में खाने वाले भी अब चिकन खाने से परहेज करने लगे हैं. सेक्टर 12, लक्ष्मी मार्केट और सेक्टर 9 चिकन मार्केट में खरीदारों की संख्या कम रही।
नहीं है ज़िले में मुर्गा फार्म का पुख्ता रिकॉर्ड-
सूत्रों के मुताबिक बोकारो में कितने निजी मुर्गी फार्म हैं, कहां हैं और किस हालत में हैं, इसका ताजा रिकार्ड जिला पशुपालन विभाग के पास नहीं है. शहर में चिकन की सप्लाई कौन-कौन करता है कहां से करता है, इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। कितने पोल्ट्री फार्म पंजीकृत हैं और कितने पंजीकृत नहीं हैं, इसका कोई हिसाब नहीं है। सरकारी फार्म में मुर्गियों की लगातार मौत सामने आने के बाद पशुपालन विभाग ने प्रखंड स्तर पर टीम बनाकर आवश्यक जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है.Video नीचे:
10 km तक अब पोल्ट्री फार्म पर नजर –
मुर्गियों पर नजर रखने और सैंपल की जांच कराने के लिए जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा जिला स्तरीय व ब्लॉक स्तरीय टीम का गठन किया गया है. जिसमें अनुमंडल पशुपालन पदाधिकारी, पशुपालन पदाधिकारी एवं भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी को शामिल किया गया है. टीम उनके क्षेत्र के 10 किलोमीटर के दायरे में जाकर पोल्ट्री फार्म के मुर्गियों पर नजर रखेगी. Video :