Bokaro: सेक्टर पांच स्थित बोकारो क्लब में मंगलवार को कृषि निदेशालय झारखण्ड सरकार, जिला क़ृषि कार्यालय, बोकारो एवं जी०टी०भारत की ओर से जिले के करीब 1000 किसानों, एस०एच०जी, फेडरेशन एवं एफ०पी०सी के प्रतिनिधियों के साथ ‘कृषि अवसंरचना कोष’ विषयक पर जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में अपर समाहर्ता श्री सादात अनवर एवं अन्य गणमान्य अतिथि के रूप में जिला कृषि पदाधिकारी,अनुमंडल क़ृषि पदाधिकारी, उप परियोजना निदेशक, आत्मा,जिला पशुपालन पदाधिकारी, डी०डी०एम० नाबार्ड, डी०पी०एम जे०एस०एल०पी०एस, निदेशक – जी०टी०भारत ने हिस्सा लिया।
मौके पर अपने संबोधन में अपर समाहर्ता सादात अनवर ने किसानों को इस योजना का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। कहा कि इस योजना का व्यापक जागरुकता अभियान चलाकर जिले के सभी प्रमुख कृषि उद्यमियों तथा कृषि कार्य से जुड़े लोगों को लाभ देने का प्रयास किया जाएगा।
जिला प्रशासन के द्वारा जिले के अधिक से अधिक किसानों को योजना से लाभान्वित किया जाएगा। अपर समाहर्ता ने उद्यमियों को कोल्ड स्टोरेज लगाने और खाद्य प्रसंस्करण इकाईओं को स्थापित करने के लिए आगे आने का आह्वान किया।
कार्यशाला के माध्यम से किसानों को बताया गया कि उन्हें अपना सिविल स्कोर ठीक करना होगा, ताकि उनकों बड़ा ऋण मिल सके और गरीब किसान भी अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि कुछ बड़े चीज करने की सोच रखे और उसके लिए मेहनत कर आगे बढ़ें। आजीविका का श्रोत बढ़ाने के लिए कार्य करें। कृषि अवसंरचना कोष के जरिए किसानों और कृषि क्षेत्र के उद्यमियों के लिए एक लाख करोड़ रुपए की राशि का आवंटन किया गया है, जिसमें झारखंड को 1445 करोड़ रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है।
कैसे लें इस योजना का लाभ:
इस योजना का लाभ लेने के लिए www.agriinfra.doc.gov.in पर लॉगिन कर आवेदन करें। केन्द्र सरकार की ओर से किसानों के ऋण खाते में सीधे सब्सिडी दी जाएगी। आवेदन की प्रक्रिया काफी सरल है। परियोजना प्रबंधन इकाई कृषि निदेशालय से आएं प्रतिनिधियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से किसानों को बताया कि आवेदन कैसे करना है और परियोजना का कैसे लाभ लेना है। किसानों ने योजना को समझकर आवेदन करने पर सहमति जताई। पीएमयू से आवेदन करने, ऋण दिलवाने में पूरा सहयोग देने की बात कहीं गई।
विश्वस्तरीय संगठन ग्रांट थोर्नटॉन भारत (जी०टी०भारत) की ओर से झारखंड में परियोजना प्रबंधन इकाई का संचालन कृषि निदेशालय में किया जा रहा है। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजना संबंधी जानकारी दी। पीएमयू टीम से प्रभाष चंद्र दुबे, निदेशक रिशु रवि, अमित तिवारी, मनीष कुमार, मयंक द्विवेदी आदि ने प्रेजेंटेशन के माधयम से विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी श्री उमेश तिर्की, अनुमंडल क़ृषि पदाधिकारी श्रीमती निशा कुल्लू,डीडीएम नाबार्ड श्री फिलमून बिलुंग, पीडी – आत्मा श्री राजन मिश्रा, डीपीएम जेएसएलपीएस श्रीमती अनीता केरकेट्टा आदि उपस्थित थे।
क्या है कृषि अवसंरचना कोष
केंद्र सरकार की ओर से ‘कृषि अवसंरचना कोष की स्थापना की वर्ष 2020 में की गई थी। यह कोष फसल कटाई के बाद बुनियादी ढांचा प्रबंधन एवं सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों में निवेश के लिए मध्यम व दीर्घकालिक ऋण वित्तपोषण की सुविधा प्रदान करती है।