इंजीनियर्स डे पर भिलाई स्टील प्लांट (BSP) ने टेकक्वेस्ट 4.0 (TechQuest 4.0) का आयोजन तो जरूर किया, लेकिन मेज़बान होते हुए भी जीत का स्वाद नहीं चख पाए। भिलाई की पूरी कोशिश के बावजूद, बोकारो स्टील प्लांट (BSL) की टीम ने मैदान मार लिया। भिलाई को उपविजेता का खिताब लेकर ही संतोष करना पड़ा, जबकि बोकारो के ऋषि कांत गुप्ता और एस. डब्ल्यू. किस्पोट्टा की टीम ने शीर्ष स्थान हासिल कर प्रतियोगिता में जलवा बिखेरा।
इस प्रतियोगिता में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) की विभिन्न इकाइयों जैसे राउरकेला स्टील प्लांट (RSP), दुर्गापुर स्टील प्लांट (DSP), बोकारो स्टील प्लांट (BSL) और भिलाई स्टील प्लांट से आई लगभग 70 टीमों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
बोकारो स्टील प्लांट की टीम ने मारी बाजी
प्रारंभिक, सेमीफाइनल और फाइनल के कई चुनौतीपूर्ण दौरों के बाद, बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के गैस यूटिलिटीज विभाग की टीम ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर जीत हासिल की। इस विजेता टीम में ऋषि कांत गुप्ता (एजीएम) और एस. डब्ल्यू. किस्पोट्टा (एजीएम) शामिल थे। भिलाई स्टील प्लांट की टीम ने उपविजेता स्थान हासिल किया, जबकि बोकारो स्टील प्लांट की दूसरी टीम, जिसमें शुभम वर्मा (सीनियर मैनेजर, कॉन्ट्रैक्ट सेल) और राहुल रंजन पांडा (सीनियर मैनेजर, हॉट स्ट्रिप मिल) शामिल थे, तीसरे स्थान पर रही।
सेमीफाइनल तक पहुंची बोकारो की अन्य टीमें
बोकारो स्टील प्लांट की अन्य दो टीमों ने भी शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। इनमें से एक टीम का नेतृत्व देब्रत चौधरी (महाप्रबंधक, एचएसएम) और जानिशर इमाम (एजीएम, एसआईजीएस) कर रहे थे, जबकि दूसरी टीम में दुर्गा प्रसाद और नयन चक्रवर्ती (ओसीटी, डीएनडब्ल्यू) शामिल थे।
क्विज में शामिल विविध प्रश्न
क्विज में विभिन्न विषयों पर विचारोत्तेजक प्रश्न पूछे गए, जिनमें स्टील रोलिंग के लिए सेंडज़िमिर मिल (जेड-मिल) का विकास, क्राउड-सोर्स्ड वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम, ज़ोमैटो की वेदर यूनियन पहल, कॉफी फिल्टर का आविष्कार, और जंग तथा क्षरण (rust and corrosion) का वैश्विक आर्थिक प्रभाव जैसे विषय शामिल थे। जंग और क्षरण (rust and corrosion) से हर साल वैश्विक स्तर पर 2.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की आर्थिक हानि होती है।
पुरस्कार वितरण और सराहना
पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि और भिलाई स्टील प्लांट के प्रभारी निदेशक अनिरबन दासगुप्ता ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। अपने संबोधन में उन्होंने टेकक्वेस्ट जैसे ज्ञान-साझाकरण कार्यक्रमों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, जो सेल के कर्मचारियों के बीच बौद्धिक विकास और तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देते हैं।
टेकक्वेस्ट 4.0: सेल के कर्मचारियों के लिए सफल आयोजन
टेकक्वेस्ट 4.0 को एक बड़ी सफलता के रूप में सराहा गया, जिसने सेल के कर्मचारियों के सतत सीखने और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस आयोजन ने नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता के प्रति सेल की प्रतिबद्धता को और भी मजबूत किया।