Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के नगर प्रसाशन विभाग ने अब शहर के चिड़ियाघर को गुलजार करने की ओर कदम बढ़ाया है। अपनी रौनक खो चुके जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान में बहुत कुछ होने वाला है। प्रबंधन बच्चो के टॉय ट्रैन के सफर को अब और लम्बा करने जा रहा है। मछली घर को और आकर्षक बनाया जा रहा है।
यही नहीं बाघ-विहीन चिड़ियाघर में एक बाघ के जोड़े के साथ-साथ तेंदुए और EMU को भी लाने की पहल शुरू कर दी गई है। बटर फ्लाई पार्क के कांसेप्ट पर काम हो रहा है।
बता दें, पिछले साल बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज ने बोकारो ज़ू को और भी खूबसूरत बनाने की चर्चा की थी। शनिवार को सीजीएम, टीए, बी एस पोपली ने बोकारो ज़ू के अधिकारी समरेंद्र झा और अन्य लोगो के साथ अपने ऑफिस में मीटिंग कर डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश के पुरे प्लान पर चर्चा की। उसको अमल में लाने की कोशिश शुरू कर दी गई है।
ट्रेन के ट्रैक की लंबाई बढ़ेगी-
बच्चो के टॉय ट्रैन का सफर और भी लुभावना करने की पहल की जा रही है। पुराने रेलवे ट्रैक और रूट को अब बदला जायेगा। उसे और लम्बा बनाया जायेगा। चिड़ियाघर के दूर कोने तक ट्रैन को घुमाया जायेगा। स्टेशनों की संख्या बढ़ेगी। इसके लिए बोकारो स्टील के नगर सेवा विभाग की ओर से कार्ययोजना पर काम चल रहा है।
नए जीव-जंतु लाये जायेंगे-
बीएसएल के सीजीएम भूपेंदर सिंह पोपली चिड़ियाघर में जानवरो की संख्या बढ़ाने पर काम कर रहे है। बीएसएल प्रबंधन की ओर से टाटा, रांची के बिरसा पार्क, पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान व दूसरे जैविक उद्यान से संपर्क साधा गया है। बिरसा जैविक उद्यान रांची से दो नर तेंदुआ लाने की योजना बना रहे हैं। राउरकेला जैविक उद्यान के दो आस्ट्रेलियाई प्रजाति की EMU विचाराधीन हैं। बिरसा जैविक उद्यान, रांची से एक जोड़ी टाइगर।
संयुक्त प्रस्ताव सीजेडए को मंजूरी के लिए भेजा गया है। इसके अतिरिक्त दूसरे जैविक उद्यान से जीवों का एक्सचेंज करने की भी योजना पर काम चल रहा है। इसके लिए भी निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश के निर्देश पर नगर सेवा विभाग के सीजीएम बीएस पोपली व उनकी टीम लगी हुई है।
मछली घर को बेहतर बनाने का हो रहा काम-
कभी बोकारो जैविक उद्यान स्थित मछली घर बच्चों के ज्ञानवर्द्धन का केंद्र था। उसके सिविल अनुरक्षण का काम पूरा हो गया है। जल्द मछली घर सजवाटी मछलियों से भरा-पूरा मिलेगा। इसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है। इस बार लाई जा रही मछलियों की प्रजात्तियों के बारे में विशेष वर्णन भी किया जाएगा।
जैविक उद्यान को दर्शकों के साथ-साथ बच्चों के ज्ञानबर्द्धन केंद्र के रूप में भी विकसित करना है। चिड़ियाघर में एक नया केंद्र बटरफ्लाई पार्क यानी तितली पार्क के रूप में जुड़ रहा है। इस पार्क में सैलानियों को रंग-बिरंगी तितलियां देखने को मिलेंगी।