Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के अधिशासी निदेशक (वर्क्स), अतानु भौमिक का राउरकेला स्टील प्लांट (RSP) के डायरेक्टर इंचार्ज के पद पर प्रमोशन से यहां के कर्मियों और अधिकारियो काफी खुश है। प्लांट में इसी की चर्चा हो रही है। अधिकतर लोगो का रिएक्शन “भौमिक साहब यह डिज़र्वे करते थे”, “जिंदादिल आदमी है”, “बेहतरीन तरीके से पूरा प्रोडक्शन संभाले हुए थे” इत्यादि।
अतानु भौमिक का डायरेक्टर इंचार्ज पद पर सिलेक्शन सेल के उन सभी अधिकारियों के लिए एक मिसाल भी है जो मेहनत कर सीधे रास्ते आगे बढ़ना चाहते है। इसके पहले भी बीएसएल से कई ईडी प्रमोशन पाकर डायरेक्टर आदि बने, पर भौमिक की डायरेक्टर इंचार्ज बनने की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है। क्युकी जिस मेहनत और मोटिवेशन से उन्होंने कोरोनाकाल में डूबते बीएसएल को संभाला वह काबिले तारीफ है और लोग उसका क्रेडिट भी उनको देतें है।
बता दें, अतानु भौमिक 1 नवंबर 2019 को बीएसएल के ईडी ऑपरेशन बन कर राउरकेला से आये थे। उनके काम करने के अंदाज़ को देखते हुए सेल ने 1 फरवरी 2020 को उन्हें बीएसएल में ही ईडी (वर्क्स) बना दिया। अभी उन्होंने काम संभाला ही था की कोरोना ने ऐसी दस्तक दी की लॉकडाउन लग गया। स्टील मार्किट की गिरती हालत के चलते प्लांट का प्रोडक्शन करीब 50% कट कर दिया गया था।
यह वह वक़्त था जब बीएसएल में सीईओ पी के सिंह रिटायर हो चुके थे और डायरेक्टर इंचार्ज का पद खाली था। कोरोना चरम पर था। पर जिस प्रकार अधिकारियों और कर्मचारियों को साथ लें भौमिक ने प्लांट को चलाया, आज भी अधिकारी उसका उदाहरण देतें नहीं थकते है। लोग बताते है कि भौमिक ने न सिर्फ प्लांट को संभाला बल्कि उस जटिल समय से उसे उभारा भी। अपनी योग्यता उन्होंने उसी बुरे वक़्त में साबित कर दी थी।
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2020 के अंतिम में अमरेंदु प्रकाश के डायरेक्टर इंचार्ज बनकर आने के बाद दोनों की जोड़ी “मोदी-योगी” टाइप हो गई। दोनों ने प्लांट को उभारते हुए न सिर्फ फायदे में लाया, बल्कि प्रोडक्शन के कई नए कीर्तिमान भी बनाये। बीएसएल को सेल के सबसे कमाऊ यूनिट के रूप में आगे लाकर खड़ा कर दिया। एहि नहीं स्टील की क्वालिटी इतनी उम्दा रखी की चीन जैसा देश भी बीएसएल का स्टील खरीदने लगा है। आज चीन के अलावा यूरोप और कई देशो में बीएसएल से स्टील प्रोडक्टस एक्सपोर्ट किया जा रहा हैं।
भौमिक को राउरकेला इस्पात संयंत्र का निदेशक प्रभारी बनाए जाने पर विभिन्न संगठनों की ओर से उनसे मुलाकत कर बधाई दी गई। सेल एससी-एसटी इंप्लाइज फेडरेशन बोकारो यूनिट के अध्यक्ष शंभु कुमार ने कहा कि अतानु भौमिक के कार्यकाल में बोकारो इस्पात संयंत्र उत्पादन की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा और कई विभागों ने रिकार्ड उत्पादन भी किया। ब्लास्ट फर्नेश विभाग ने एक दिन में 14 हजार टन हाट मेटल का उत्पादन किया। कहा कि ऐसे कर्मठ अधिकारी की कमी बोकारो इस्पात संयंत्र को जरूर खलेगी। बधाई देने वालों में राकेश कुमार, दिलीप कुमार, पंकज कुमार दास, अमन बास्की शामिल थे।
इधर, घुनपोक साहित्य पत्रिका के सचिव दिलीप बैराग्य व सत्यनारायण मोदक ने भौमिक से बोकारो निवास में मुलाकात कर बधाई दी। भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ के महामंत्री प्रेम कुमार के नेतृत्व में यूनियन का प्रतिनिधिमंडल अतानु भौमिक से मिला और पदोन्नति पर बधाई दी। कुमार ने कहा कि भौमिक के मार्गदर्शन में बोकारो इस्पात संयंत्र का काफी विकास हुआ। प्रतिनिधिमंडल में मितेश कुमार, शंभु कुमार व सुरेंद्र महतो शामिल थे।
भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ के महामंत्री प्रेम कुमार के नेतृत्व में संघ के एक प्रतिनिधि मण्डल ने बोकारो इस्पात सयंत्र के अधिशासी निदेशक (संकार्य) अतनु भौमिक से मिलकर उनके पदोन्नती होने पर गुलदस्ता भेट कर उन्हे बधाई दी । अतनु भौमिक को अधिशासी निदेशक (संकार्य) से पदोन्नती देकर राउरकेला इस्पात सयंत्र का निदेशक प्रभारी बनाया गया है । महामंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि अतनु भौमिक के मार्गदर्शन में बोकारो इस्पात सयंत्र का चौमुखी विकास हुआ है । जहाँ सयंत्र ने उत्पादन के नए लक्ष्यों को हांसील किया वहीं सयंत्र घाटे से फायदे में आ गयी एवं राजस्व का नया कीर्तिमान भी बनाया । 30 जून की हड़ताल को अगर छोड़ दे तो सयंत्र कर्मचारियो ने शांति और भाई चारे का माहौल बनाए रखा जिसके कारण आज सयंत्र ने उत्पादन के बुलन्दियो को छुआ और मुनाफे में आ गयी जिसके कारण कर्मचारियो का वेतन पुनिरक्षण हो पाया । संघ उनके नए कार्यभार की शुभकामनाएँ देती है । इस अवसर पर मितेश कुमार वरीय संयुक्त महामंत्री, शम्भु कुमार व सुरेन्द्र महतो संयुक्त महामंत्री मौजूद रहे ।