Bokaro: वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने रांची और बोकारो में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की घोषणा शुक्रवार को झारखंड के बजट सत्र में कर दी। घोषणा के बाद से बोकारो में मेडिकल कॉलेज खुलने का मार्ग पूरी तरह प्रशस्त हो गया। यह मेडिकल कॉलेज 25 एकड़ भूमि में सेक्टर 12 फोर लेन पर बनेगा।
उक्त घोषणा के बाद बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज खुलने को लेकर सभी ‘किन्तु-परन्तु’ समाप्त हो गए। पिछले कई विधानसभा सत्र में वह बहुत मजबूती से मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर आवाज़ उठाते रहे है। कई बार स्वास्थ मंत्री और अधिकारियो से मिलकर मेडिकल कॉलेज खोलने की बात कि है।
विधायक ने कहा कि, आज मेडिकल कॉलेज खोलने की सरकार द्वारा की गई घोषणा से उनका बोकारो की जनता को किया गया एक और वादा पूरा होने जा रहा है। Video नीचे :
DPR तैयार करने को लेकर –
बता दें, बीतें 23 दिसंबर 2022 को झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र में तारांकित प्रश्न के माध्यम से बोकारो विधायक बिरंची नारायण के द्वारा बोकारो में 500 बेड का मेडिकल कॉलेज बनाने को लेकर आवाज़ बुलंद की थी। जिसके जवाब में राज्य सरकार ने झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड को इस परियोजना हेतु डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर उपलब्ध) कराने का निर्देश दिया गया था।
SAIL और BCCL के सहयोग से –
उल्लेखनीय है कि बोकारो में मेडिकल कॉलेज व 500 बेड अस्पताल बनाने के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने 25 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है। साथ ही बीसीसीएल (Bharat Coking Coal Limited) द्वारा भवन निर्माण कराया जाएगा। बिरंची नारायण ने इसे बोकारो के लिए तोहफा बताया है। कोल इंडिया इस परियोजना के अनावर्ती व्यय यानी फिक्स्ड एक्सपेंडिचर हेतु सकारात्मक पहल करेगा।
बनाई गई है समिति –
अस्पताल निर्माण के बाद बीसीसीएल द्वारा समस्त अधिसंरचना राज्य सरकार को हस्तांतरित कर दी जाएगी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के संचालन एवं रखरखाव का आवर्ती व्यय राज्य सरकार को स्वयं वहन करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने दिनांक 08.02.2022 को बीसीसीएल और राज्य सरकार के बीच संबंध स्थापित करके इस परियोजना के समन्वय हेतु एक समिति बनाई गई थी। बोकारो विधायक बिरंची नारायण को इसका अध्यक्ष बनाया गया है।
SAIL ने ऐसे दी जमीन-
इसके पहले 7 अगस्त 2021 को जिला प्रशासन ने सेक्टर 12 थाना अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग (NH)-23 (धनबाद-बोकारो-रांची) पर बोकारो स्टील प्लांट (BSL) से 25 एकड़ जमीन अपने कब्ज़े में लिया था। जिला प्रशासन द्वारा 2016-17 में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए भूमि खंड की पहचान की गई थी। इसके लिए बीएसएल को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे 2019 में सेल और इस्पात मंत्रालय से मंजूरी मिली थी।
ज्ञात हो कि उसके पहले बीएसएल प्रबंधन के कई बार अनुरोध के बावजूद जिला प्रशासन मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए भूमि का कब्जा नहीं ले रहा था। मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन हस्तांतरित करने के लिए इस्पात मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बावजूद, जिला प्रशासन का कब्ज़ा लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाना बीएसएल के लिए समस्या खड़ी कर दिया था।
राज्य कैबिनेट हुई थी घोषणा-
बताया जा रहा है कि पूर्व डीसी, बोकारो ने 2016-17 में बोकारो में मेडिकल कॉलेज खोलने की राज्य कैबिनेट की घोषणा के बाद बीएसएल से 25 एकड़ जमीन की मांग करते हुए प्रस्ताव भेजा था। बीएसएल ने प्रस्ताव पर कार्रवाई करते हुए उसे सेल बोर्ड को भेजा, जिसके अनुमोदन के बाद इस्पात मंत्रालय से अनुमति ली गई।
सेल से 2019 में जमीन के हस्तांतरण की मंजूरी मिलने के बाद बीएसएल प्रबंधन ने जिला प्रशासन को जमीन पर कब्जा करने के लिए तीन अनुरोध पत्र भेजे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस संबंध में बीएसएल द्वारा पहला पत्र डीसी बोकारो को 14 अक्टूबर 2019 को, दूसरा पत्र 09 मई 2020 को और तीसरा पत्र 25 जुलाई 2021 को भेजा गया था। Video: