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Bokaro: विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के लिए गिफ्ट मिल्क हुआ लॉन्च


Bokaro: खाद्य उत्पादन में वृद्धि के बावजूद, अधिकांश भारतीय घरों में कुपोषण एक सतत समस्या बनी हुई है। जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में बच्चे नाटे-कमजोर या कम वजन के हो रहें हैं। इसी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और एनडीडीबी फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन (एनएफएन) की स्थापना की गई है। एनएफएन का उद्देश्य विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों में कुपोषण को दूर करना है।

इसी कड़ी में जिला प्रशासन बोकारो के पहल पर कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को फोर्टिफाइड फ्लेवर्ड दूध उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। बुधवार को मध्य विद्यालय माराफारी में एक कार्यक्रम आयोजित कर गिफ्ट मिल्क लॉन्च किया गया। मौके पर बतौर मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी. शामिल हुई।

साथ ही,सीजीएम (पी एंड आइ) बीपीएससीएल राकेश रंजन सिन्हा,सीजीएम (मेंटेनेंस) बीपीएससीएल निशाकर पटनायक, प्रबंध निदेशक झारखंड मिल्क फेडरेशन (जेएमएफ) सुधीर कुमार, सीएसआर नोडल पदाधिकारी शक्ति कुमार आदि उपस्थित थे। सभी ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम को लॉन्च किया।

एनएफएन का गिफ्ट मिल्क कार्यक्रम सरकारी विद्यालयों के छात्रों को विद्यालय परिसर में 200 मिली फोर्टिफाइड फ्लेवर्ड दूध उपलब्ध कराएगा। बीपीएससीएल की सीएसआर द्वारा वर्ष 24-25 के लिए जिले के 10 विद्यालयों में अध्ययनरत लगभग चार हजार छात्र – छात्राओं को प्रतिदिन दूध उपलब्ध कराया जाएगा।

इन विद्यालयों में एम वी चिकसिया, एमएस माराफारी, यूएमएस आजादनगर, यूएमवी आसनसोल, एमवी रानीपोखर,एमवी चास.01, यूएचएस रानीपोखर चास.03, यूएमएस पुपुनकी चास.03, एमएस पुपुनकी चास.03, परियोजना बालिका विद्यालय चास शामिल हैं।

मौके पर अपने संबोधन में उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री जी. ने कहा कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र – छात्राओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने,उन्हें कुपोषण मुक्त बनाने के लिए इस कार्यक्रम की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने बच्चों से प्रतिदिन दूध पीने का अपील किया। क्योंकि दूध प्रोटीन और आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर एक संपूर्ण आहार है,जो बालावस्था के दौरान बच्चों के शारीरिक & मानसिक विकास के लिए बेहद जरूरी होता है।

उप विकास आयुक्त ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस परियोजना में एनीमिया की कमी की समस्या को दूर करने की क्षमता है क्योंकि दूध में मौजूद विटामिन डी आयरन के अवशोषण में मदद करता है। उन्होंने गिफ्ट मिल्क कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए बीपीएससीएल,एनडीडीबी फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन और झारखंड मिल्क फेडरेशन को शुभकामनाएं दीं।

मौके पर सीजीएम (पी एंड ए) राकेश रंजन सिन्हा ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह कार्यक्रम जिले के बच्चों को लाभान्वित करेगा और उनके जीवन में बदलाव लाएगा। झारखंड मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक श्री सुधीर कुमार ने प्रतिदिन दूध के सेवन के लाभों पर जोर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने गिफ्टमिल्क प्रोजेक्ट की सराहना की।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त एवं अन्य अतिथिगणों द्वारा बच्चों के बीच गिफ्ट मिल्क वितरित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र – छात्राएं एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।


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