Bokaro: कुछ दिनों से रांची में कोरोनावायरस के मामलों में हो रहे वृद्धि को देखते हुए, बोकारो प्रशासन ने कोवीड-19 के रोकथाम को लेकर कमर कस ली है। डीसी बोकारो कुलदीप चौधरी ने जिला स्वास्थ्य विभाग को दिवाली और छठ के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाते हुए रेलवे स्टेशन और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टेस्टिंग तेज करने को कहा है।
बता दें, रविवार को एक बार फिर 65 संक्रमित मिले हैं जो अलग-अलग ट्रेनों से रांची पहुंचे हैं. इसमें 55 अकेले पूरी से आने वाली तपस्विनी एक्सप्रेस से मिले हैं जबकि 10 मरीज जम्मूतवी-हटिया-संबलपुर एक्सप्रेस और राउरकेला-हटिया पैसेंजर ट्रेन से पहुंचे थे। शनिवार को रांची के हटिया स्टेशन पर एक साथ 55 पैसेंजर्स कोरोना पजिटिव पाए गए है। ये सभी पैसेंजर्स तपस्विनी एक्सप्रेस और राउरकेला एक्सप्रेस से रांची आए थे। जिनका तत्काल रैपिड एंटीजेन टेस्ट किया गया था। इनमे से एक मरीज को रिम्स में भर्ती किया गया है।डीसी ने कहा कि रांची में आये कोविड मामलों में तेजी को देखते हुए बोकारो रेलवे स्टेशन में यात्रियों की टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम को ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगाया गया है जहां कोविड की जांच तेज की जा रही है। जिले में वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए रणनीति बनाई जा रही है। बोकारो में कोरोना का ग्राफ थोड़ा बढ़ा है। रविवार को ज़िले में कोरोना के कुल 8 एक्टिव मामले है।
बोकारो में प्रतिदिन 2600 से 3000 नमूने एकत्र कर- ट्रूनेट, रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) के माध्यम से परीक्षण किए जा रहे हैं और आरटीपीसीआर के लिए भेजे जा रहे हैं। बोकारो रेलवे स्टेशन पर तैनात टीम ने रविवार को लंबी और छोटी दूरी की ट्रेनों से पहुंचे 460 से भी अधिक यात्रियों के सैंपल लिए। इसी बीच जिले भर में 227 पंचायतों में कोविड सैंपलिंग की जा रही है।बताया जा रहा है कि जिले में कुल टीकाकरण 60 प्रतिशत हुआ है। 77 फीसदी लोगों को अभी दूसरी खुराक मिलनी बाकी है। अब तक किए गए टीकाकरण के आंकड़ों के मुताबिक जिले में सिर्फ 23 फीसदी लोगों ने ही दूसरी खुराक ली है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि दिसंबर के अंत तक लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
जिले की कुल जनसंख्या 21 लाख (लगभग) है, जिसमें कुल 12,62,169 टीकाकरण किया गया है। 9,64,183 लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है, जबकि इनमे से दूसरी खुराक 2,97,986 लोगो ने ही ली है।