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कृषि पशुपालन गव्य एवं सहकारिता विभाग द्वारा एक दिवसीय मुखिया उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का किया गया आयोजन


Bokaro : कृषि पशुपालन गव्य एवं सहकारिता विभाग द्वारा सिटी कालेज सभागार में एक दिवसीय मुखिया उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। पशुपालन विभाग के निर्देशक शशि प्रकाश झा ने नव निर्वाचित मुखिया/प्रमुख आदि को सम्बोधित करते हुवे उनके कर्तव्य/दायित्व/जिम्मेदारी के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि आप सबों से पंचायत/प्रखंड की जनता की काफी आकांक्षाएं हैं।

राज्य सरकार द्वारा आमजनों के कल्याण के लिए तीन सौ से ज्यादा योजनाएं संचालित हैं। लेकिन, आम जनों को योजनाओं की जानकारी/जागरूकता नहीं रहने के कारण कई बार वह योजनाओं का लाभ लेने से वह वंचित रह जाते हैं। ऐसे में आप सबों का और अहम रोल हो जाता हैं, योजनाओं की जानकारी आम जनों को जागरूक करें और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाएं। इसीलिए आज इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

उन्होंने प्रतिनिधियों को PRESTIGE शब्द के एक–एक अक्षर से आम जनों की आकांक्षा/उम्मीद के संबंध में विस्तार से बताया। कहा कि यह शब्द जन प्रतिनिधियों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।

पशुपालन विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के संबंध में निर्देशक शशि प्रकाश झा ने विस्तार से जानकारी देते हवे कहा कि इस बार सरकार ने पशुपालकों को समृद्ध बनाने और उनके आय में वृद्धि के लिए अनुदान राशि को 75 से 90 फीसदी तक बढ़ा दिया है। सराकर ने योजना के लक्ष्य को भी बढ़ाने का निर्णय लिया है। वर्तमान लक्ष्य को पूरा करने के बाद, प्रतिक्षा सूची से आगे के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। कहा कि पशुपालकों की सुविधा के लिए बीमा दर को भी कम किया गया है।

उन्होंने पशुपालकों को पशुओं के स्वास्थ्य के लिए टीकाकरण को अवश्य बताया है। कहा कि पर्याप्त मात्रा में जिले में टीका का खुराक उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने मुखिया/प्रमुख आदि को पशुपालकों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करने को कहा है। ऐसा करके वह अपने पशुओं को गंभीर बीमारी से बचा सकते हैं।

विभाग द्वारा माडल होस्पिटल निर्माण,मोबाइल वेटनरि यूनिट (एमवीयू) की शुरूआत की जानकारी दी। पंचायतों में वृहद पैमाने पर पशुपालन की योजनाओं और उसमें सरकार द्वारा 50 फीसद अनुदान की जानकारी एवं प्रक्रिया को साझा किया। मौके पर कई अन्य योजनाओं के संबंध में भी जानकारी दी ।

कार्याशला को संबोधित करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा कि पशुपालन की सभी योजनाएं काफी लाभकारी हैं। चाहें वह गाय पालन, बकरी पालन, सुकर पालन, बैकयार्ड लेकर कुक्कट पालन हो। इन योजनाओं से जुड़कर किसान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर सकते हैं जिससे उन्हें रोजगार का भी अवसर मिलेगा।

उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को योग्य लाभुकों को विभिन्न योजना से लाभांवित करने के लिए प्रेरित किया। अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि पंचायत मजबूत होगा तो प्रखंड मजबूत होगा, प्रखंड मजबूत होगा तो जिला मजबूत होगा एवं जिला मजबूत होगा तो राज्य मजबूत होगा।

इस मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष बबीता देवी ने पंचायत प्रतिनिधियों को योजनाओं की जानकारी लेकर क्षेत्र में लोगों को बताने और ज्यादा से ज्यादा योजना का लाभ लेने की बात कहीं।

कार्यशाला में जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. मनोज कुमार मणि ने अपने संबोधन में मुखिया/प्रमुख/पशु सखी/जेएसएलपीएस दीदी आदि को मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना का उद्देश्य, पशुपालन प्रक्षेत्र की योजनाएं (बकरा विकास योजना,सूकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कट/लो इनपुट लेयर कुक्कट योजना, ब्रायलर कुक्कट विकास योजना, बतख चूजा वितरण की योजना आदि), योजनाओं से संबंधित लाभुकों के चयन की पूरी प्रक्रिया प्रखंड/जिला स्तरीय कमेटी के संबंध में बताया।

कार्यशाला का संचालन करतें हुवे प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी चास, डा. अशोक कुमार ने गव्य/कृषि/सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने भी संबंधित विभाग द्वारा संचालित योजना की विस्तृत जानकारी दिया ।

कार्यशाला का शुभारंभ विभागीय निदेशक शशिप्रकाश झा, अनुमंडल पदाधिकारी चास दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, जिला परिषद उपाध्यक्ष बबीता देवी, निदेशालय से पहुंचे डा. अखिलेश कुमार, डा. सैमसन संजय टोप्पो, जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. मनोज कुमार मणि आदि ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर डा. अजय कुमार, डा. ललिता कुमारी, डा. अखिलेश कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, गव्य तकनीकी पदाधिकारी हरे कृष्णा, समीर कुमार सिन्हा, सभी संबंधित विभागों के कर्मी एवं सभी पंचायतों के मुखिया, प्रखंड प्रमुख, जेएसएलपीएस की समूह की दीदीयां, पशु सखी आदि
आदि उपस्थित थे।


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