Bokaro: बैंक में हुई डकैती के 24 घंटे के भीतर जिला पुलिस द्वारा बनाये गए विशेष जांच दल (SIT) ने अपराध में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही बैंक से लूटे गए करीब 21 लाख रुपये भी बरामद हो गए है. पुलिस ने दो आरोपियों को डुमरी टोल प्लाजा, गिरिडीह और अन्य दो को धनबाद से पकड़ा गया. वहीं दो आरोपित फरार हैं, जिनकी छापेमारी की जा रही है.
बोकारो के एसपी चंदन कुमार झा ने बताया कि आरोपी के पास से एक मोटरसाइकिल और अपराध में इस्तेमाल किये गए दो पिस्टल और एक देशी कट्टा भी बरामद किया गया हैं.
बता दें, चास थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड पर स्तिथ इंडियन बैंक की शाखा में बुधवार को छह अज्ञात अपराधियों ने कारण 39 लाख रुपये लूट कर चंपत हो गए थे. आरोपियों ने बैंक कर्मचारियों, ग्राहकों को बंधक बना लिया था और निजी सुरक्षा गार्ड को मारकर घायल भी कर दिया था। घटना के बाद पुलिस टीम पहुंची और जांच शुरू की थी।
एसपी ने कहा, “वीडियो फुटेज से अपराधियों की फोटो निकलकर पड़ोसी जिलों की पुलिस को पहचान करने के लिए भेज दिया गया था। जांच के दौरान, पुलिस को सुचना मिली की दो आरोपी जितेंद्र कुमार (35) और आशीष कुमार (21) बस से बिहार जा रहे है। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने गिरिडीह के डुमरी टोल प्लाजा पर धनबाद से पटना जा रही शिवगंगा बस में छापेमारी की.
बस की तलाशी लेने पर जितेंद्र और आशीष के चेहरे वीडियो फुटेज से ली गई तस्वीरों से मेल खा गए. ये दोनों अपराधी पुलिस को देखकर भागने की कोशिश भी किये, लेकिन पुलिस टीम ने इन्हें पकड़ लिया. जितेंद्र के बैग से करीब 10 लाख रुपये नकद और कमर पर एक पिस्तौल बरामद किए गए. आशीष के पास से करीब पांच लाख नकद और एक देसी पिस्टल बरामद हुई है.
पुलिस ने उनसे पूछताछ की और उनसे मिली सूचना के आधार पर धनबाद में छापेमारी कर शुभम यादव (26) और दिनेश यादव (32) को भौरा में अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया। दिनेश ने भी भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस बल ने उसे दबोच लिया. पुलिस टीम ने शुभम के पास से एक पिस्तौल और 5.05 रुपये नकद और दिनेश यादव के पास से 72,000 रुपये नकद बरामद किए है.
एसपी ने कहा, “पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया कि लूट के एक दिन पहले उन छहों ने बैंक की रेकी की थी. उन्होंने ग्राहकों और कर्मचारियों की पूरी मैपिंग की और फिर वारदात को अंजाम दिया. जितेंद्र मुख्य आरोपी है. गिरफ्तार लोगों में जितेंद्र का आपराधिक इतिहास रहा है. अन्य लोगो के आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है”.
पकड़े गए आरोपियों में दो बिहार के और दो धनबाद के रहनेवाले है.