Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

SAIL-BSL के प्रशासनिक भवन के समक्ष फिर धरने पर बैठे युवा विस्थापित, किया रास्ता जाम


Bokaro: विस्थापित अप्रेंटिस संघ के बैनर तले बेरोजगार विस्थापितों ने बुधवार को बीएसएल (SAIL-BSL) के प्रशासनिक भवन के समक्ष मेन गेट जाने व आने वाली सड़क सड़क पर धरने पर बैठ गए। इसके पूर्व सैकड़ो की संख्या में विस्थापित अप्रेंटिस संघ के सदस्य सेक्टर चार स्थित मज़दूर मैदान में जमा हुए। जहाँ से जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए सभी प्रशासनिक भवन पहुँचे।

जहाँ इन्हें रोकने के क्रम में होमगार्ड व सीआईएसएफ के जवानों के साथ नोंक झोंक भी हुई। इसके बाद मेन गेट के सड़क पर सभी विस्थापित अनिश्चितकालीन धरने बैठ गए और प्रबंधन के विरूद्ध नारेबाजी करने लगे। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता सुनील कुमार महतो ने तथा संचालन दुर्गा चरण महतो ने किया।कार्यक्रम को संबोधित करते वक्ताओं ने कहा कि अप्रेंटिस ट्रेनिंग पूरा करने के बाद भी हम विस्थापितों की स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है। हमारी नौबत भूखे मरने की हो गयी है। बोकारो इस्पात प्रबंधन की टाल मटोल नीति के कारण विस्थापित डिप्रेसन का शिकार हो रहे हैं। हम क्या करें, हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है।

उम्र सीमा समाप्त हो जाने के बाद अप्रेंटिस प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र हमारे लिए किसी काम की नही रहेगी। हम विस्थापित अपने हक व अधिकार की मांग को लेकर जब भी बीएसएल प्रबंधन के विरुद्ध आंदोलन करते हैं। जिला प्रशासन सकारात्मक वार्ता करवाने की बात बोल कर आंदोलन को समाप्त करवाने का काम करती है। परंतु वार्ता सकारात्मक होती नही है।परिणामस्वरूप अप्रेंटिस प्रशिक्षण पूरा कर चुके विस्थापित युवकों की नियोजन के लिए आवश्यक अधिकतम उम्र सीमा समाप्त होते जा रही है। इससे हम विस्थापितों में भारी आक्रोश है। हम बोकारो के विस्थापित जिन्होंने बोकारो इस्पात संयंत्र के निर्माण में अपना सब कुछ गंवा दिया है, अब कुछ भी नही बचा है हमारे पास जिससे अपना जीविकोपार्जन कर सके।

सुनील कुमार महतो ने कहा कि हम भूखे मर रहे हैं और जिसने कुछ भी नही खोया हो, वो यहाँ आकर नौकरी करे ये कहीं से न्यायसंगत नही है। बीएसएल में पहले हम विस्थापितों का नियोजन सुनिश्चित होना चाहिए। उसके बाद ही किसी और का होगा। 21 अक्टूबर से बीएसएल में शुरू होने वाली स्किल टेस्ट में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को रोका जाएगा। इसमें होने वाली क्षतिपूर्ति की सारी जिम्मेवारी बीएसएल प्रबंधन की होगी।संघ की मुख्य मांगे :-
1. प्लांट ट्रेनिंग पूरा कर चुके सभी विस्थापित अप्रेंटिस को बीएसएल में अविलंब सीधे बहाल किया जाये।
2. सभी विस्थापित अप्रेंटिस का प्लांट ट्रेनिंग के बाद बीएसएल में नियोजन सुनिश्चित किया जाए।
3. सभी तरह के बहालियो में विस्थापितों के लिए अधिकतम उम्र सीमा को पूर्व की भांति 45 वर्ष किया जाए।
4. तीसरी सूची तथा बाकी अन्य विस्थापितों का ट्रेनिंग अविलंब प्रारंभ करवाया जाए।
5. तीसरी सूची के प्रशिक्षुओं से जो एफिडेविट मांगा जा रहा है वह असंवैधानिक है, इसे फौरन रद्द किया जाय।

कार्यक्रम को अमजद हुसैन, अरविंद कुमार साव, कैसर इम्माम, प्रमोद महतो, सोमनाथ मुखर्जी, किशोर कुमार, मुबारक अंसारी ने भी संबोधित किया। मौके पर विकास प्रामाणिक, विनोद सोरेन, सुनील मोदी, सद्दाम हुसैन, मुकेश, सुभाष, सचिन सोरेन, सुनील सिंह, गुलाम जिलानी, पानबाबू, अनिल, शिव प्रसाद सोरेन, राज रंजन, अमोध, चाणक्य, सुरेंद्र, राज कुमार, वरुण, जानकी, अंकित, कंचन, रूपेश, राजेन्द्र, महताब, उमेश, दीपक समेत सैकड़ो बेरोजगार विस्थापित अप्रेंटिस मौजूद थे।


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