Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

प्लांट में एक्सीडेंट कम करने के लिए SAIL-BSL लाया 14 करोड़ का सुरक्षा “कवच”


Bokaro: सेल के बीएसएल (SAIL-BSL) प्रबंधन ने संयंत्र स्तर पर कार्यस्थल पर सुरक्षा में बेहतरी के उद्देश्य से “सुरक्षा संस्कृति परिवर्तन” अभियान की शुरुआत की है. इसके लिए बीएसएल ने “एएसके-ईएचएस इंजीनियरिंग एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड” को सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया है जिसका इस क्षेत्र में व्यापक अनुभव है. यह संस्था बीएसएल में पुख्ता सुरक्षा व्यस्था के लिए रोड-मैप भी तैयार करेगी. इस अहम् अभियान को परियोजना “कवच” नाम दिया गया है.

बीएसएल इस सुरक्षा सलाहकार से करीब 14 करोड़ रूपये में दो साल का अनुबंध किया है. हाल ही में भिलाई में सुरक्षा बेहतरी के लिए सलाहकार रखा गया है. “सुरक्षा संस्कृति परिवर्तन” के तहत इंटिग्रेटेड ओर्गनाइजेशन स्ट्रक्चर (आईओएस) बनाई गई है, जो कि एक बहुस्तरीय समिति संरचना है, जिसके शीर्ष में एपेक्स कमिटी है. 2 दिसंबर को आयोजित एक बैठक में इस परियोजना की एपेक्स कमिटी का गठन किया गया और इसकी पहली बैठक निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश की अध्यक्षता में संपन्न हुई.

एपेक्स कमिटी के अन्य नामित सदस्यों में अधिशासी निदेशक (संकार्य) अतनु भौमिक, अधिशासी निदेशक(परियोजनाएं) राजीव कुशवाहा, अधिशासी निदेशक( सामग्री प्रबंधन) विष्णु कांत पाण्डेय, अधिशासी निदेशक(कार्मिक एवं प्रशासन) समीर स्वरूप, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) सुरेश रंगानी, मुख्य महाप्रबंधक (अनुरक्षण) सुब्रत मुखोपाध्याय, मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्नि शमन सेवाएं) ए के झा, मुख्य महाप्रबंधक-तकनीकी (निदेशक प्रभारी कार्यालय) लक्ष्मी दास, महाप्रबंधक प्रभारी (सुरक्षा एवं अग्नि शमन सेवाएं) आनंद रौतेला, महाप्रबंधक (सुरक्षा) विकास गुप्ता, सीएमओ डॉ. पंकज शर्मा है।

एएसके-ईएचएस से उनके संस्थापक और निदेशक जे के आनंद के नेतृत्व में उनके प्रधान कार्यालय की वरिष्ठ टीम ने बैठक में भाग लिया. बैठक का उद्देश्य विभिन्न स्तरीय समितियों का गठन करना और सुरक्षा के लिए नियोजित प्रमुख गतिविधियों पर चर्चा करना था. प्रोजेक्ट कवच का उद्देश्य कर्मचारियों और ठेका कर्मियों द्वारा सुरक्षित व्यवहार के माध्यम से कार्यस्थल को सुरक्षित बनाना है. ऐसा माना जाता है कि सुरक्षित व्यवहार कार्यस्थल पर खतरों और जोखिमों के खिलाफ सबसे प्रभावी “कवच” है.

बीएसएल प्रबंधन इस अभियान को सफल करने के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराने और समय-समय पर अहम् निर्णय लेने हेतु समितियों को सशक्त बनाकर, “कवच” परियोजना को सक्रिय रूप से कार्यान्वयित करने के लिए प्रतिबद्ध है.


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