Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

BSL Township में इस साल 250 करोड़ की लागत से लगेंगे दो बड़े प्रोजेक्ट, डायरेक्टर इंचार्ज ने की घोषणा


Bokaro: सेल का बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) इस साल करीबन 250 करोड़ रुपए की लागत से दो बड़े प्रोजेक्ट को टाउनशिप में लॉन्च करेगा. यह दोनों प्रोजेक्ट पर्यावरण संरक्षण से जुड़े हुए हैं. इसकी घोषणा बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश ने नववर्ष में की है. Video नीचे है –

बीएसएल के प्रभारी निदेशक अमरेंदु प्रकाश ने सोमवार को कहा कि बीएसएल इस साल दो प्रोजेक्ट – इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल प्लांट (ISWDP) और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP)- स्थापित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इन दोनों प्रोजेक्ट को लगाने का काम चंद महीनों में शुरू हो जाएगा.

BSL का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट झारखंड का सबसे बड़ा यूनिट होगा-
बीएसएल (BSL) द्वारा स्थापित किया जाने वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नमामि गंगे मॉडल पर बनेगा. यह क्वार्टरों से सीवेज के जरिए निकलने वाले अपशिष्ट जल को ट्रीट करेगा. जिसका वापस इस्तेमाल प्लांट के स्टील बनाने में किया जाएगा. इस सीवेज प्लांट प्रति दिन 30 मिलियन गैलन पानी का ट्रीटमेंट करेगा. ट्रीटमेंट के बाद पानी को कूलिंग पोंड-2 में भेज दिया जाएगा. जहां से प्लांट के अंदर इसको इस्तेमाल मे ले लिया जाएगा.

इस सीवेज प्लांट के लगने से बीएसएल (BSL) की पानी को लेकर तेनुघाट बांध पर निर्भरता कम होगी. बताया जा रहा है कि क्रूड स्टील के प्रति टन उत्पादन में 3500 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, जो तेनुघाट डैम से आता है. इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को सेक्टर-6 के सिटी कॉलेज एरिया के पीछे लगाया जाएगा। इसको लगाने में बीएसएल के करीबन 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे. प्रभारी निदेशक ने बताया कि जल्द ही इसकी स्थापना के लिए बीएसएल टेंडर निकालने जा रहा हैं. Video नीचे है-

50 करोड़ की लागत से बनेगा सॉलि़ड वेस्ट डिस्पोजल प्लांट-
बीते 50 सालों से 2 लाख आबादी वाले बीएसएल टाउनशिप  में घरों से कचरा कलेक्शन होता है. पर इन कचरो के डिस्पोजल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. सेक्टर-6 और 11 के बीच खुले मैदान में इन्हें फेंक दिया जाता है. बोकारो स्टील टाउनशिप में 39,000 घरों और 8100 व्यावसायिक इकाइयों से हर दिन लगभग 85-90 मीट्रिक टन कचरा निकलता है.

यह भारी प्रदूषण का कारण भी है. कभी-कभी कचरे में आग लग जाती है और उसका धुआ आसपास के क्षेत्र मैं फैलता है जो की लोगों के लिए हानिकारक है. साथ ही इससे निकलने वाली दुर्गंध भी आसपास रहने वाले लोगों का जीना मुहाल कर देती है। बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने खुले में कूड़ा फेंकने से होने वाले वायु प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाई थी. Video :

बीएसएल सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन निपटान संयंत्र परियोजना की स्थापना के लिए 5 एकड़ जमीन चिन्हित की है, जिसमे लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत आएगी. बोकारो स्टील टाउनशिप में उत्पन्न ठोस अपशिष्ट को पर्यावरण और वन मंत्रालय के ठोस अपशिष्ट (प्रबंधन और हैंडलिंग) नियम, 2016 के अनुसार संभाला और निपटाया जाना है.

 


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