Bokaro: नौ दिन पहले स्वतंत्रता दिवस के आयोजन पर बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के निदेशक प्रभारी, अमरेंदु प्रकाश ने बोकरो टाउनशिप में म्युनिसिपल सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट और एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने की घोषणा की थी। आज बुधवार को सेक्टर-6 से सेक्टर-8 के मध्य सड़क किनारे खुले में कचरा फेंकने व जलाने को लेकर बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने इस्पात मंत्री से लेकर, एनजीटी, प्रदूषण विभाग और उपायुक्त के पास कड़ी शिकायत दर्ज़ कराई है।
बताया जा रहा है कि म्युनिसिपल सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के नियमों के अनुसार बोकारो स्टील प्लांट (BSL) अपने टाउनशिप में 7 एकड़ भूमि पर सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहा है। इसके लिए पूर्व में ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) भी निकाला जा चूका है और आगे की प्रक्रिया भी जारी है। यह प्रोजेक्ट 20 करोड़ करीब का है। डायरेक्टर इंचार्ज ने अपने भाषण में कहा था कि सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित करने के प्रति प्रबंधन पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
इसके बावजूद बोकारो विधायक का बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के डायरेक्टर इंचार्ज अम्रेन्द्रू प्रकाश को समाधान के लिए गंभीर नहीं बताने से वरीय अधिकारी हतप्रद है। बीएसएल प्रबंधन के अनुसार टाउनशिप से लगभग 80 टन कचरा हर दिन निकलता है। जिसके लिए बीएसएल अति आधुनिक सॉलिड वैस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की प्रक्रिया में है। फिलहाल, बारिश के बावजूद पिछले एक हफ्ते से प्रोक्लेन और जेसीबी लगाकर बीएसएल प्रबंधन का पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट पुरे कचरे को समतल करा मट्टी डालने का काम कर रहा है।
विधायक ने कचरे से हो रहे प्रदुषण को लेकर यहां-यहां की शिकायत –
बोकारो विधायक सह झारखंड विधानसभा के मुख्य सचेतक विरोधी दल बिरंची नारायण ने उपायुक्त बोकारो, इस्पात मंत्री भारत सरकार, सेल चेयरमैन, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, चेयरमैन, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, सचिव , एनजीटी, कोलकाता को बोकारो स्टील प्लांट के द्वारा कचरा निस्तारण की समुचित व्यवस्था ना करवाते हुए उसे सड़क के किनारे ही जला देने और उससे प्रदूषण फैलाने के संबंध में पत्र लिखा है।
शिकयात पत्र में विधायक ने यह लिखा है –
विधायक ने पत्र में कहा है कि प्रदुषण से प्रभावित स्थानीय वासियों के द्वारा बार-बार उक्त संबंध में शिकायत प्राप्त होने और मेरे द्वारा स्वयं स्थल का निरीक्षण किया गया। मैं आपको बताना चाहता हूं कि बोकारो स्टील प्लांट अंतर्गत इसके सेक्टर एरिया में जो भी कूड़ा-कचरा उत्पन्न होता है उसे सेक्टर-6 से सेक्टर-8 के मध्य सड़क किनारे खुले में ही फेंका जाता है। जिससे आसपास का क्षेत्र प्रदूषित होते जा रहा है और स्थानीय निवासियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
कचरा जलाना सबसे बड़ी दिक्क्त –
विधायक ने कहा है कि सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि उक्त सेक्टर एरिया के घरों से निकले कचरे को रात के अंधेरे में प्रबंधन द्वारा जलवा दिया जाता है। जिससे भारी मात्रा में विषैली गैसें और प्रदूषित धुँआ उत्पन्न होता है। जिससे आसपास रहने वाले लोग विभिन्न बीमारियों का सामना करने को मजबूर हो रहे हैं।
60 साल से ऐसे ही कचरा डंप कर रहा बीएसएल –
बोकारो स्टील प्लांट की स्थापना काल से आज तक करीब 60 वर्षों में भी इन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन हेतु कोई भी प्लांट का स्थापना नहीं किया है और प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े-कचरे को सेक्टर-6 से सेक्टर-8 के मध्य खुले में सड़क किनारे फेंक कर उसे आग के हवाले कर जलाकर प्रदूषण फैलाने का काम किया जा रहा है, जिससे स्थानीय जनता आक्रोशित है।
बोकारो विधायक का निदेशक प्रभारी पर आरोप –
उक्त तथ्यों की जानकारी बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अम्रेन्द्रू प्रकाश कोई भी समाधान गंभीर नहीं है। विधायक ने स्टील मिनिस्ट्री से अनुरोध किया कि उक्त व्यापक जनहित में इसके स्थाई समाधान हेतु एक उच्चस्तरीय जांच कमिटी का निर्माण करते हुए इस मामले की जांच करवाकर दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध समुचित कार्यवाही करवाते हुए यथाशीघ्र ठोस कचरा प्रबंधन के अंतर्गत कचरा निष्पादन संयंत्र स्थापित करवाना चाहेंगे, ताकि हमारे विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय लोगों को इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके।
सिर्फ बोकारो नहीं, चास की भी यही है समस्या –
हालांकि विधायक ने सिर्फ बोकारो टाउनशिप के खिलाफ कचरा निस्तारण से हो रहे प्रदुषण को लेकर शिकायत दर्ज़ कराई है। पर इसी तरह की समस्या चास इलाके में भी है। चास से हर दिन 55 टन करीब कचरा निकलता है। जिसे नेशनल हाईवे किनारे खुले में फ़ेंक दिया जाता। उससे उत्पन्न हो रही बदबू से लोग काफी परेशान है और कई बार चास नगर निगम के खिलाफ शिकायत भी कर चुके है।