Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

Bokaro Steel Plant के ब्लास्ट फर्नेस नंबर 5 में लगी आग, छह माह में तीसरी घटना


Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के ब्लास्ट फर्नेस नंबर 5 के हाइड्रॉलिक रूम में आग लगने से प्रोडक्शन प्रभावित हो गया है। लपटे बहुत ऊँची उठ रही थी। कुछ देर के लिए अफरा तफरी मच गई। इस घटना में कोई भी कामगार हताहत नहीं हुआ है।

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घटना की जानकारी सीआईएसएफ फायर ब्रिगेड को तुरंत दी गई। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुँच कर आग पर काबू पा लिया। घटना में ब्लास्ट फर्नेस नंबर 5 के कास्ट 9 के हाइड्रोलिक रूम का केबुल जला हैं। जिसका कारण शॉट सर्किट भी हो सकता है। मडगन ऑपरेटिंग रूम का पावर सप्लाई प्रभावित हुआ है। ब्लास्ट फर्नेस 5 को ऑफ-ब्लास्ट किया गया है।

BSL में फिलहाल 5 में से 3 ब्लास्ट फर्नेस संचालित
बताया जा रहा है कि BSL में पांच ब्लास्ट फर्नेस है। जिसमे 3 नंबर ब्लास्ट फर्नेस पहले से कैपिटल रिपेयर में है। 5 नंबर ब्लास्ट फर्नेस में हुए इस घटना के बाद, बीएसएल में इस्पात उत्पादन सिमट कर कुल तीन ही ब्लास्ट फर्नेस से हो रहा है। इससे स्टील उत्पादन में लगे दूसरे यूनिट में भी उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है। इस घटना से बीएसएल को उत्पादन के साथ-साथ आर्थिक नुक्सान भी उठाना पड़ेगा।

BSL के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, मणिकांत धान ने कहा कि घटना छोटी है। शाम 6 बजे आग लगी थी जो बुझा दी गई। जल्द उत्पादन सामान्य करने की कोशिश की जा रही है।

6 महीनो में BSL में यह तीसरी घटना
बता दें कि बीएसएल (BSL) के ब्लास्ट फर्नेस में आग लगने की घटना आम हो गई है। पिछले 6 महीनो में बीएसएल में यह तीसरी बार है जब आग लगी है। इन आग लगने की घटनाओ से महारत्न सेल उत्पादन तो प्रभावित हुआ ही है राजस्व की हानि भी हुई है। फिर भी सेल-बीएसएल मैनेजमेंट इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है।

सबसे पहले, 29 जून को रात करीब 11 बजे बीएसएल में एसएमएस-2 के कैस्टर-2 में आग लग गई, जिससे कुछ बिजली के केबल और हाइड्रोलिक क्षतिग्रस्त हो गए। आग तुरंत बुझा दी गई पर उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ था। दूसरी घटना BSL के ब्लास्ट फर्नेस 1 में 27 सितम्बर को हुई थी। ब्लास्ट फर्नेस के टुयर में आग लगने के पहले धमाका हुआ, चिंगारी निकली और फिर आग ने चपेट में ले लिया।


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