Bokaro: सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के स्टील मेल्टिंग शॉप (SMS-2) के कॉस्टर में गुरुवार रात्रि हुए हादसे के बाद उत्पादन प्रभावित है। एसएमएस-2 के टंडिश में हॉट मेटल स्पिल्लेज़ के कारण लगी आग बुझा दी गई है। इस घटना में कंपनी को स्टील प्रोडक्शन के साथ-साथ रेवेन्यू का भारी नुक्सान हुआ है। नुक्सान का आकलन करने से पहले बीएसएल प्रबंधन स्थिति को सामान्य करने में जुटा है। घटना की वजह से ब्लास्ट फर्नेस का उत्पादन भी प्रभावित हो गया है।
घटना की वजह लापरवाही तो नहीं ?
सेल-बीएसएल (SAIL-BSL) का टॉप मैनेजमेंट ने पूरी घटना को लेकर इन्क्वायरी बैठा दी है। बताया जा रहा है कि टंडिश से 1250°C से 1350 °C के खौलते हॉट मेटल का स्पिल्लेज़ कोई साधारण घटना नहीं है। एसएमएस 2 में कन्वर्टर से टंडिश के जरिये हॉट मेटल कॉस्टर में भेजा जाता है। जहा स्टील स्लैब बनता है। टंडिश के रख रखाव का विशेष ध्यान दिया जाता है। उसमे लगे रेफ्रक्टरीज का समय समय पर मूल्यांकन किया जाता है। घटना में टंडिश से हॉट मेटल स्पिल्लेज़ होना किसी बड़ी लापरवाही की ओर संकेत दे रहा है।
कोई कर्मी हताहत नहीं, पर हादसा था बड़ा –
बताया जा रहा है कि बीएसएल प्लांट में हुए इस हादसे में भले ही किसी कर्मी या मजदुर को कुछ नहीं हुआ, सब सुरक्षित है, पर यह हादसा बड़ा था। एसएमएस 2 के कॉस्टर 2 के टंडिश-3 में रात्रि करीब 10 30 बजे भीषण विस्फोट के बाद आग लग गई थी। घटना के वक़्त कॉस्टर 2 में कार्य कर रहे अधिकतर कर्मी और मजदुर स्पॉट से जान बचा कर दूर भाग गए थे। फायर ब्रिगेड के साथ पहुंची बीएसएल अग्निशमन विभाग की टीम को आग पर काबू पाने के लिए करीब 3 घंटे लगे। स्पॉट पर इलेक्ट्रिक केबल, हाइड्रॉलिक होज़ अन्य चीजे जल गई।
उत्पादन और राजस्व का नुकसान-
इस घटना में बीएसएल प्लांट के एसएमएस 2 का ही नहीं बल्कि ब्लास्ट फर्नेस का हॉट मेटल उत्पादन भी कम किया गया है। बता दें कि बीएसएल के पांच ब्लास्ट फर्नेस और दो एसएमएस है। एक कैपिटल रिपेयर में जाने के बाद ब्लास्ट फर्नेस में चार फर्नेस चालू थी। इस घटना के कारण ब्लास्ट फर्नेस 1 को भी बंद कर दिया गया है। अब सिर्फ तीन ब्लास्ट फर्नेस चल रहे है पर उत्पादन कम किया जा रहा है, क्युकी एसएमएस 2 में उत्पादन प्रभावित है।
एसएमएस 2 में दो कॉस्टर है। बीती रात हुई घटना में कॉस्टर 1 में उत्पादन करीब 3 घंटे बंद रहा और 2 बजे रात को चालू हुआ। कॉस्टर 2 में हुए घटना के बाद सबकुछ ठीकठाक करने का काम चल रहा है। शाम तक कॉस्टर 2 को फिर से उत्पादन में आने की उम्मीद है। सामान्य तौर पर एस एम एस -2 में प्रतिदिन 39 – 40 हीट बनता है पर इस घटना के कारण उत्पादन लक्ष्य से काफ़ी पीछे रह गया. जानकारों के मुताबिक प्रोडक्शन टार्गेट में कमी को आगे पूरा कर लिया जाएगा, हालांकि यह बड़ी चुनौती होगी.
क्या बीएसएल के परफॉरमेंस और प्रॉफिट पर पड़ेगा असर ?
मोटे तौर पर किये गए एक आकलन के हिसाब से बताया जा रहा है कि इस घटना में बीएसएल का करीब 4500 टन स्टील उत्पादन नहीं हो पाया है। साथ ही टंडिशकार, इलेक्ट्रिक केबल, हाइड्रॉलिक होज़ आदि मशीनों कि बर्बादी हुई है। जिसमे कारण सेल-बीएसएल को भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान का असर बीएसएल के परफॉरमेंस और प्रॉफिट पर पड़ने की बात कही जा रही है। अब देखना है कि बीएसएल प्रबंधन इस घटना को लेकर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई करती है या नहीं।
BSL के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन मणिकांत धान ने कहा –
29 जून को बीएसएल के एसएमएस-2 के कास्टर-2 में रात्रि लगभग 11 बजे टंडिश से मेटल स्पिल्लेज़ के कारण लगी आग से 11 मीटर लेवल पर कुछ इलेक्ट्रिक केबल और हाइड्रॉलिक होज़ को नुकसान पहुँचा है. फायर ब्रिगेड द्वारा आग को तुरंत बुझा दिया गया और स्थिति नियंत्रित कर ली गई. 30 जून को रात लगभग 1.30 बजे यहाँ परिचालन पुन: आरंभ कर दिया गया. दूसरे कास्टर से परिचालन आज ही (30 जून) को ए शिफ्ट के अंत तक आरंभ होने की संभावना है.
इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है और स्थिति फिलहाल सामान्य है. घटना की जाँच कराई जा रही है.