Hindi News

बैंकिंग कार्सपोंडेंट सखी बनाने में बोकारो पूरे राज्य में अव्वल


Bokaro: समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को उप विकास आयुक्त श्रीमती कीर्तीश्री जी. की अध्यक्षता में नव चयनित बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी का इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों में झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) अंतर्गत संचालित स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी बीसी सखी दीदी शामिल हुई।

Follow in Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

मौके पर उप विकास आयुक्त श्रीमती कीर्तीश्री जी. ने बताया कि वित्त मंत्रालय एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त पहल पर प्रति वर्ष स्वयं सहायता समूह के दीदीओं के बीच से बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी चयनित करने के लिए राज्य – जिलों को लक्ष्य प्राप्त होता है। वित्तीय वर्ष 23-24 में बोकारो जिला को 27 बीसी सखी बनाने को लेकर लक्ष्य प्राप्त हुआ था,जिसके विरूद्ध जेएसएलपीएस/विभिन्न बैंकों के सहयोग से जिला ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जिले के अलग – अलग प्रखंडों के गांव से कुल 52 बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी को चयनित/प्रशिक्षित कर बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी बनाया गया है। यह आंकड़ा पूरे राज्य में बोकारो को अव्वल बनाता है। उन्होंने इसको लेकर पूरी टीम को बधाई दी।

उप विकास आयुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि विभाग का मिशन एक ग्राम पंचायत एक बीसी सखी है। इसलिए हमें यहीं नहीं रूकना है। उन्होंने अभी से ही वित्तीय वर्ष 24-25 को लेकर जिले के शेष गांव से जुड़े सखी समूहों में से दीदीओं के चयन,उन्हें प्रशिक्षण आदि दिलाने को लेकर जेएसएलपीएस टीम को जरूरी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी निर्माण के पीछे विभाग की मंशा विभिन्न वित्तीय सेवाओं को गांव के टोलों – कसबों तक पहुंचाना है। महिलाओं को वित्तीय साक्षर एवं सक्षम होना काफी जरूरी है। इससे महिला सशक्तिकरण को जहां बढ़ावा मिलेगा वहीं, रोजगार सृजन का भी आधी आबादी को अवसर प्राप्त होगा।

उप विकास आयुक्त ने कहा कि सभी बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी अपने गांव के पुरूष/महिलाओं को वित्तीय साक्षर बनाएंगे। किसी भी पुरूष – महिला एवं 10 वर्ष से उपर के बच्चों का बैंक खाता नहीं हो,ऐसा मामला सामने नहीं आएं। उन्होंने अभियान चलाकर विभिन्न विद्यालयों के ऐसे बच्चों का बैंक खाता खोलना सुनिश्चित करने को कहा। बताया कि सभी तरह की छात्रवृति एवं योजनाओं का लाभ डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में ही जाता है। उन्होंने बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी को डिजी-पे का प्रशिक्षण यूआइडी डीपीएम को आयोजित करने का निर्देश दिया। बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी को डिजीटल पेमेंट को भी बढ़ावा देने की बात कहीं।

इंडक्शन प्रोग्राम में कई बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी ने अपने अब तक के कार्य अनुभव, वित्तीय ट्रांजेक्शन, प्राप्त पारिश्रमिक, परिवार – समाज में उन्हें देखने का नजरिया आदि के संबंध में विस्तार से अपनी बात साझा की। मौके पर सभी बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी को विभिन्न बैंकों द्वारा जारी बीसी आइडी का प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। वहीं, बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट (बीसी) सखी बनाने में अहम योगदान को लेकर लीड बैंक मैनेजर बोकारो को प्रशस्ति पत्र दिया गया।

मौके पर जेएसएलपीएस डीपीएम श्री प्रकाश रंजन, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला प्रबंधक वित्तीय समावेशन जेएसएलपीएस अमरनाथ सिंह, बैंक आफ इंडिया के एफआइ प्रबंधक मनीष कुमार चंचल, कामन सर्विस सेंटर के कारपोरेट प्रबंधक रविंद्र कुमार महतो, यूआइडी डीपीएम श्री शैलेंद्र कुमार मिश्र, एलडीएम कार्यालय से शबाना, सीएससी प्रबंधक धीरज कुमार महतो, प्रखंड परियोजना पदाधिकारी वित्तीय समावेशन सूरज कुमार आदि उपस्थित थे।


Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!