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चिड़ियाघर का हाल-बेहाल, टूटी बाउंड्री से जाने कितने ‘पुष्पा’ हर दिन पेड़ काटने जाते है अंदर, निवासी खौफजदा


Bokaro: बोकारो चिड़ियाघर के नाम से लोकप्रिय जवाहरलाल नेहरू जैविक (जेएनबी) उद्यान में पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर है। साथ ही खराब रखरखाव के कारण बोकारो ज़ू अपना आकर्षण खो रहा है। चिड़ियाघर की हालत इस कदर खराब हो गई है की आधा दर्जन से अधिक जगहों पर इसकी चारदीवारी टूटी हुई है। जिससे लोग अंदर जाकर पेड़ काटने, तफरी करने और यहां तक की शौच करने का काम बड़े आराम से कर रहे है।

टूटे हुए बॉउंड्रीवॉल के चलते चिड़ियाघर के अंदर वनस्पतियों और जीवों के लिए एक बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया, जिसे ज़ू प्रबंधन नजरअंदाज किया हुआ है। चिड़ियाघर से सटे पॉश इलाके सेक्टर-4/बी में कुछ जगहों पर बॉउंड्रीवॉल टूटा हुआ है। जिसके चलते यहां के निवासी चिंतित हैं। सेक्टर-4/बी बेहद पॉश इलाका है जहां प्रशासन, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल), पुलिस के आला अधिकारी रहते हैं।

एक निवासी जो बीएसएल अधिकारी ने कहा, ‘चिड़ियाघर की इन टूटी चारदीवारी से अज्ञात लोग दिन-रात चिड़ियाघर परिसर में प्रवेश करते रहते हैं। चिड़ियाघर के साथ-साथ यह इलाका भी असुरक्षित हो गया है। टूटे हुए चारदीवारी से सांप अक्सर बाहर आ कर नीचे के घरो में घुस जाते है। मोबाइल, बल्ब और अन्य छोटी-छोटी चीजों की चोरी बढ़ गई है। शाम के समय महिलाओ को डर लगता है की कही कोई बदमाश कुछ करके बॉउंड्री के अंदर भाग न जाये।

बता दें शहर के मध्य में स्थित जेएनबी पार्क 127 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। इसमें सखुआ, सागवान, महुआ, अर्जुन और अन्य सहित विभिन्न प्रकार के पौधे और पेड़ हैं। इसके अलावा पार्क में जानवरों और पक्षियों के पालन-पोषण के लिए 25 बाड़े हैं। बोकारो चिड़ियाघर का निर्माण और रखरखाव बोकारो स्टील लिमिटेड (बीएसएल) द्वारा किया जाता है।

जानवरों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) ने 2020-21 में जेएनबी पार्क प्रबंधन को बॉउंड्रीवॉल में कंसर्टिना वायर और सीसीटीवी कैमेरा लगाने का निर्देश दिया था। प्राधिकरण ने ज़ू प्रबंधन को यह भी कहा था की बॉउंड्रीवॉल को न्यूनतम 02 मीटर ऊँचा करें। लेकिन चिड़ियाघर प्रबंधन और बीएसएल ने इस पर ध्यान नहीं दिया। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण द्वारा दिए गए निर्देश का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।

चिंताजनक बात यह भी है की चिड़ियाघर में कुछ जानवर जैसे सियार, लोमड़ी, नेवला के अलावा अजगर, कोबरा, धामिन, क्रेट आदि बाड़े के बाहर जंगल में घूमते है। बोकारो ज़ू प्रबंधन इस बात की जानकारी चिड़ियाघर प्राधिकरण को अपने रिपोर्ट में दें चूका है। बॉउंड्री वाल के टूटे रहने और अंदर लोगो द्वारा पेड़ काटे जाने से इन जानवरो और सांपो का बाहर निकलने का खतरा हमेशा बना रहता है। चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजाति के पक्षी भी है जिनको अज्ञात लोगो द्वारा निशाना बनाया जा सकता है।

इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इन क्षतिग्रस्त चहारदीवारी के कारण कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। एक निवासी ने कहा कि “ चिड़ियाघर के अंदर अगर कोई व्यक्ति घुस कर जानवरो के बाड़े को तोड़ दिया और जानवर उसमें से कूदकर बाहर आ गया, तो भारी खतरे का सामना करना पड़ सकता है। चिड़ियाघर के अधिकारी इतने लापरवाह कैसे हैं यह चौंकाने वाली बात है”।

सेक्टर -4/बी साइड में जहा बाउंड्रीवॉल टूटी हुई है वहां से दरियाई घोड़े का बाड़ा बेहद करीब है। उसी तरह सेक्टर-4/एफ की ओर हिरण के बाड़े के पास चारदीवारी तोड़कर रास्ता बनाया गया है। चिड़ियाघर के सेक्टर-9 क्षेत्र के पास उत्तर-पश्चिम की ओर बाउंड्रीवॉल में दो बड़ा हिस्सा टुटा हुआ हैं। यह जगह चिड़ियाघर के पोस्टमॉर्टम हाउस के पास हैं, जहां जानवरों के मौत के बाद दफनाया जाता है। 2020-21 में मारे गए कुल 13 जानवर वहीं दफन किये गए हैं। ये रास्ता झुग्गी बस्ती के सामने चारदीवारी में हैं, जहां हजारों लोग रहते हैं।

संचार प्रमुख, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल), मणिकांत धान ने कहा, “प्रबंधन ने पहले ही इस मामले में संज्ञान ले लिया है। जेएनबी पार्क की चारदीवारी की व्यापक मरम्मत का कार्य शीघ्र किया जाएगा। इस काम की योजना टाउनशिप में चल रहे अन्य बड़े पैमाने पर चल रहे मरम्मत और रखरखाव के काम के अनुरूप है।

 

 


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