Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

लापरवाही से उपजे ‘अवैध कब्जे’ का डंक हो रहा जहरीला, BSL अधिकारी के पत्नी से दुर्व्यवहार, बिफर पड़ा BSOA


Bokaro: ‘अतिक्रमण’ और ‘अवैध कब्ज़े’ का जहरीला डंक अब बीएसएल (BSL) अधिकारियों को ही लगने लगा है। मंगलवार को सेक्टर 6/A के C -Type में रहने वाले एक बीएसएल अधिकारी के पत्नी के साथ दुर्व्यवहार हुआ है। उसी ब्लॉक में अवैध कब्ज़ा कर रह रहे अज्ञात व्यक्ति ने बीएसएल अधिकारी के बीवी को अपशब्द बोला और धमकी दी है। घटना के वक़्त बीएसएल अधिकारी प्लांट में ड्यूटी कर रहे थे और उनकी बीवी घर पर अकेले थी। Video नीचे: 

इस मामले में बीएसएल के अधिकारियों में उबाल है। घटना के सामने आने के बाद कई अधिकारी शाम को एकजुट हो बोकारो स्टील ऑफिसर एसोसिएशन (BSOA) अध्यक्ष ए के सिंह के नेतृत्व में सेक्टर 6 थाने जाकर शिकायत दर्ज़ कराई है। जिसके बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है। अधिकारी थाना में अवैध क़ब्ज़ा हटाने को लेकर अपने ही प्रबंधन द्वारा बरते जा रहे उदासीन रवैये पर बौखलाए हुए थे। जिन्हें सिंह ने शांत कराया। सेक्टर 6 थाना के पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह मामले को पूरी संजीदगी से देख रहे है।

BSL अधिकरियों में बढ़ रहा रोष-
इस घटना के बाद बीएसएल (BSL) के नगर प्रसाशन विभाग के सीजीएम, भूपिंदर सिंह पोपली भी रेस हो गए है। उन्होंने बुधवार शाम पुरे घटना की जानकारी ईडी (पी&ए) आर प्रसाद और डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश को दी है। कुछ दिनों पहले सेक्टर 1 बी टाइप पर हुए अवैध कब्ज़े की घटना और फिर अब सेक्टर 6 में अधिकारी के पत्नी से दुर्व्यवहार से अधिकारियों में रोष बढ़ रहा है। Video नीचे:

सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे अधिकारी –
सेक्टर 6 थाना में जुटे अधिकारियों ने सभी सेक्टरों में क्वार्टरों के धड़ले से हो रहे अवैध कब्ज़े के खिलाफ बीएसएल (BSL) नगर प्रसाशन और सिक्योरिटी विभाग को खूब कोसा। उक्त घटना से क्षुब्द अधिकारियों का झुंड मंगलवार रात में ही ईडी और डायरेक्टर इंचार्ज से मिलने जाना चाह रहा था, पर ए के सिंह ने उनको समझा-बुझाकर शांत कराया। उनमे कैयो ने कहा कि अवैध कब्ज़े को लेकर बीएसएल प्रबंधन के ढुलमुल रवैये से अब काफी परेशानी हो रही है। वह अपने घर में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है। शांति से ड्यूटी करना आफत हो गया है।

यह था मामला –
बताया जा रहा है कि घटना BSL  के एसएमएस 1 में मैनेजर पद पर कार्यरत 2014 बैच के इंजीनियर सुधांशु रंजन के पत्नी के साथ हुई है। सुधांशु ने पुलिस को बताया कि उनके ब्लॉक के ऊपर तल्ले में में पिछले चंद महीनो से अज्ञात व्यक्ति क्वार्टर को अवैध कब्ज़ा कर रह रहा है। वह अक्सर नशा करके हंगामा करता है। अपने दोस्तों के साथ मंडली जमाता है। पूरा मोहल्ला परेशान और भयभीत है। मोहल्ले के सभी लोगो ने मिलकर बीएसएल टाउन एंड एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में पहले लिखित शिकायत भी की थी। पर कुछ ठोस नहीं हुआ। इस कारण उसका मनोबल और बढ़ गया और बदला लेने की नियत से शायद ऐसा किया। Video नीचे :

सुधांशु ने कहा कि घटना 4.45 बजे शाम की है। उसके पत्नी ने उनको फोन करके बताया कि आरोपी व्यक्ति नशे की हालत में हंगामा कर रहा है। उसको खूब अपशब्द कह रहा है और उसके साथ कांड करवा देने की धमकी दे रहा है। वह घर में अकेले है और उसे डर लग रहा है। वह ड्यूटी में थे। इस घटना के बाद से सुधांशु का पूरा परिवार सदमे में है और भयभीत है। सुधांशु ने कहा कि स्तिथि बहुत विषम हो गयी है। ऐसे में मैं ड्यूटी कैसे कर पाऊंगा समझ में नहीं आ रहा है।

बोया पेड़ बबूल का, आम कहाँ से होये-
प्रोडक्शन, प्रॉफिट और परफॉरमेंस में डूबे बीएसएल प्रबंधन को अब अपनी नजर टाउनशिप की समस्याओं पर भी करनी होगी। क्युकी प्लांट में प्रोडक्शन और प्रॉफिट करवाने में जो लोग दिन-रात अपने आप को झोके हुए है वह कष्ट में है। लोग कह रहे है कि अतिक्रमण और अवैध कब्ज़ा पहले भी हुआ करता था। पर तादाद कम थी और अवैध कब्जाधारी डरे और सहमे रहते थे। करोनाकाल के बाद से यह पूरे चरम पर है। कब्ज़ा करनेवालों का मनोबल पूरा बढ़ा हुआ है। कारण हर कोई जनता है। बीएसएल प्रबंधन को खुद के गिरेबान में झांकना होगा। Video नीचे :

क्या कह रहे है लोग –
जिला वहीं है पर चास निगम के इलाके में ऐसी स्तिथि नहीं है की कोई अवैध कब्ज़ा कर शांति से रह ले। घर कब्ज़ा तो दूर की बात है, बिजली चोरी वहां करनी बड़ी बात है। वहां संसाधन भी इतना नहीं है, पर सिस्टम पुख्ता है। अधिकारी सख्ती से निपटते है। टाउनशिप में बीएसएल प्रबंधन हर साल करोड़ रुपया खर्च कर होम गार्ड रखे हुए है। पूरा का पूरा नगर प्रसाशन विभाग जिसमे हाउस अलॉटमेंट, सिक्योरिटी, बिजली, पानी, सिविल, पब्लिक हेल्थ, एस्टेट कोर्ट आदि विभागों में इतने अधिकारी और कर्मी है। फिर भी क्वार्टरों और जमीन पर कब्ज़ा फल-फूल रहा है।

परफॉर्म और पेरिश (Perform aur Perish) की बात करने वाले डायरेक्टर इंचार्ज साहब की यह फिलॉसफी शायद प्लांट के लोगो के लिए और प्लांट के अंदर तक ही सिमित है। कर्मी कह रहे है कि प्लांट के अंदर थोड़ी सी भी लापरवाही हो जाये तो जाने कौन-कौन सी इन्क्वायरी बैठ जाती है। एक्सप्लनेशन देना पड़ता है। बाहर में सब माफ़ है। लोगो की नजर नए ईडी (पी&ए) पर भी है।  Video:

बीएसएल प्रबंधन के चीफ ऑफ़ कम्युनिकेशन, मणिकांत धान से इस मामले को लेकर स्टेटमेंट मांगा गया है। जैसे ही मिलेगा यहां लगा दिया जायेगा। वैसे 8 जून 2022 का यह वीडियो देखिये – BSL के निदेशक (प्र) से जब पूछा गया- आपके दौर में हो रहा सबसे अधिक अतिक्रमण में पक्कीकरण? सुनिए जवाब..

 

 

 


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