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गर्म हवा, लू का बढ़ रहा तेजी से प्रकोप, बरतें सावधानियां: DC Bokaro


Bokaro: जिले में गर्म हवा, लू का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है जिसके कारण छोटी-छोटी असावधनियों से जान-माल की क्षति की संभावना बनी रहती है। गर्मी के मौसम में संभावित लू से सरकारी, निजी, मान्यता प्राप्त विद्यालयों, कालेजों के छात्रों, मनरेगा एवं अन्य संस्थाओं में कार्य करने वाले श्रमिकों एवं अन्य लोगों पर इसका ज्यादा असर पड़ने की संभावना रहती है।

इसको लेकर उपायुक्त विजया जाधव ने संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को जरूरी दिशा – निर्देश एवं आम जनों को क्या करें और क्या न करें को लेकर अपील जारी किया है।

इसी क्रम में संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी दिशा – निर्देश दिया है :-

 सिविल सर्जन, बोकारो को निर्देश दिया जाता है कि हीट वेब से बचाव के लिए सदर अस्पताल/पी0एच0सी0/सी0एच0सी0/एच0एस0सी0 में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस एवं आवश्यक दवाईयां उपलब्ध रखेंगे। साथ हीं जिले के सभी निजी अस्पतालों में भी ओआरएस एवं आवश्यक दवाईयां की उपलब्धता रखने के स्पष्ट निर्देश जारी करेंगे।

 जिला शिक्षा पदाधिकारी/जिला शिक्षा अधीक्षक, बोकारो जिले के सभी सरकारी/निजी/मान्यताप्राप्त विद्यालयों एवं कालेजों के बच्चों को हीट वेब से बचाव के लिए ओआरएस एवं आवश्यक सामाग्रियां विद्यालय में उपलब्ध रहें, इसे सुनिश्चित करेंगे।

 उप विकास आयुक्त, बोकारो/सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, बोकारो जिला महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005 के दिशा – निर्देश 2013 की कंडिका-7.12 में कार्य स्थल पर सुविधाओं की उपलब्धता के संबंधित में दिए गए निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन कर श्रमिकों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायेंगे तथा उससे बचाव हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार कराएंगे।

 उप निर्वाचन पदाधिकारी, बोकारो को मतदाओं को हीट वेब से बचाव के लिए मतदान केन्द्रों पर ओआरएस ठंडा पानी एवं अन्य आवश्यक सामाग्रियों की उपलब्धता कराते हुए छाया की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगे।

 अपर नगर आयुक्त, बोकारो/कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद, फुसरो को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में हीट वेब से बचाव के लिए ओआरएस एवं अन्य आवश्यक सामाग्रियां उपलब्धता कराएंगे। इस कार्य में अधिनस्थ क्षेत्र के लोक उपक्रमों/एन0जी0ओ0 एवं सक्रिय संस्थानों का सहयोग प्राप्त करेंगे। चौक – चैराहे/रेलवे स्टेशन/बस पड़ाव, रैन बसेरा इत्यादि स्थलों पर शुद्व ठंडा पानी की व्यवस्था करवायेंगे।

 अपर समाहर्ता, बोकारो को निदेश दिया जाता है कि हीट वेब से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित कराकर सभी आवश्यक उपाय करवाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही इस संदर्भ में प्रेस कान्फ्रेन्स आयोजित कराकर हीट वेब से बचाव हेतु क्या करें एवं क्या न करें से संबंधित प्रेस/अखबार के माध्यम से अपील जारी करेंगे।

 जिला पंचायत राज पदाधिकारी, बोकारो को निदेश दिया जाता है कि सभी माननीय जन प्रतिनिधियों यथा- मुखिया, पंचायत सचिव, वार्ड परिषद, जिला परिषद के सदस्यों, विधायकों से सहयोग प्राप्त कर ग्राम स्तर तक हीट वेब से बचाव के लिए ओआरएस एवं अन्य आवश्यक सामाग्रियां की उपलब्धता सुनिश्चित करवायेंगे। विशेषकर मुखिया/पंचायत सचिव को विशेष निर्देश देते हुए 14वें वित आयोग की राशि से भी उक्त व्यवस्थाएं करावाना सुनिश्चित करेंगे।

 जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, बोकारो को निदेश है कि जिले में अवस्थित लोक उपक्रमों/अन्य संस्थानों के द्वारा सी0एस0आर0 मद से हीट वेब से बचाव के लिए ओआरएस एवं अन्य आवश्यक सामाग्रियां उपलब्धता करायेंगे।

 कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, चास/तेनुघाट यह सुनिश्चित करायेंगे कि जिले में कहीं भी पीने के पानी की किल्लत नहीं हो। इसके लिए खराब पड़े चापानलों को युद्वस्तर पर ठीक करायेंगे एवं आवश्यकतानुसार नये चापालनों का अधिष्ठापन करवायेंगे।

 जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी को निदेश दिया जाता है कि हीट वेब से बचाव के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करायेंगें। इसके लिए स्थानीय दैनिक अखबारों में प्रकाशित कराते हुए माईकिंग करायेंगे। लू खतरनाक साबित हो सकती हैं।

हीट वेब के प्रभाव को कम करने तथा रोक-थाम/सुरक्षा के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ बरतें –

 जहाँ तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

 जितनी बार हो सकें पानी पीयें। सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।

 जब भी बाहर धूप में जायें हल्के रंग के और ढीले-ढीले सूती कपड़े पहनें, धूप के चश्में का इस्तेमाल करें, गमछे या टोपी से अपने सिर को ढकें और हमेशा जूते या चप्पल पहनें।

 अधिक तापमान में कठिन काम ना करें। जहाँ तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर के काम से बचें।

 अगर आपका काम बाहर का है तो टोपी, गमछा या छाते का इस्तेमाल जरूर करें और गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर व गर्दन पर रखें।

 हल्का भोजन करें, अधिक पानी की मात्रा वाले फल जैसे तरबूज, खीरा, नींबू, संतरा आदि का सेवन करें तथा ज्यादा प्रोटिन वाले भोजन का सेवन ना करें, जैसे- मांस वा मेवे, जो शारिरिक ताप को बढ़ाते हैं।

 घर में बना पेय जल जैसे कि लस्सी, नमक चीनी का घोल, छाछ, नींबू-पानी, आम का पन्ना इत्यादि का नियमित सेवल करें।

 बच्चों और पालतू जानवारों को पार्क किए हुए वाहनों में अकेला ना छोडें।

 जानवरों को छांव में रखें और उन्हें खूब पानी पीने को दें।

 अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करें। रात में खिड़कियाँ खुली रखें।

 अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करें।

लू लगने पर क्या करें –

 लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें। अगर तंग कपड़े हो तो उन्हें ढीला कर दें अथवा हटा दें।

 ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोछें या ठंडे पानी से नहलायें।

 व्यक्ति को ओ0आर0एस0/नींबू पानी/नमक-चीनी का घोल पीने को दें, जो कि शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सकें।

 यदि व्यक्ति पानी की उल्टियाँ करे या बेहोश हो, तो उसे कुछ भी खाने वा पीने को न दें।

 लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार ना हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाएँ।


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